साधन सहकारी समितियों में यूरिया का टोटा, किसान परेशान
साधन सहकारी समितियों में यूरिया खाद की आपूर्ति न होने से किसान उर्वरक की किल्लत से जूझ रहे हैं। धान अरहर ज्वार बाजरा धान आदि की बुआई के लिए यूरिया और डीएपी की जरूरत है। किसानों की सुबह से ही समितियों में खाद के लिए लंबी लंबी लाइन लग जाती है। यूरिया कम उपलब्ध होने से अन्नदाता महंगे दाम पर बाजार से खाद खरीद रहे हैं।
संसू, चायल : साधन सहकारी समितियों में यूरिया खाद की आपूर्ति न होने से किसान उर्वरक की किल्लत से जूझ रहे हैं। धान, अरहर, ज्वार, बाजरा, धान आदि की बुआई के लिए यूरिया और डीएपी की जरूरत है। किसानों की सुबह से ही समितियों में खाद के लिए लंबी लंबी लाइन लग जाती है। यूरिया कम उपलब्ध होने से अन्नदाता महंगे दाम पर बाजार से खाद खरीद रहे हैं।
चायल क्षेत्र में किसानों को समय से खाद मुहैया कराने के लिए पीसीएफ ने पूरामुफ्ती, जानकीपुर सुधवर, नटका पिपरी, पूरे अयोध्या, चरवा, मूरतगंज, नेवादा, चायल, तिलागोड़ी, जवई, पनारा गोपालपुर, कनैली, सरांय अकिल, चित्तापुर और कूरा में साधन सहकारी समितियां खोल रखी हैं। इन समितियों में पिछले 15 दिनों से यूरिया खाद पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच रही है। जिससे किसानों की खरीफ की फसल खाद डालने के लिए समितियों का चक्कर काटना पड़ रहा है। किसान रामचंद्र, शिवसिंह, छोटेलाल और बिदेश्वरी का कहना है कि धान की रोपाई के लिए खेत के पलेवा के बाद डीएपी और यूरिया डालनी है। लेकिन पिछले 15 दिनों से समितियों में यूरिया खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पा रही है जिससे यूरिया की मांग में काफी इजाफा हुआ है। इसी लिए किसानों में खाद के लिए मारामारी मची हुई है। वहीं साधन सहकारी समिति के सचिवों का कहना है कि यूरिया की माग बढ़ने से जिले से यूरिया की आपूर्ति की मांग की गई है। प्राइवेट एजेंसी के यूरिया आपूर्ति न करने से मांग बढ़ गई है। गोदाम में उपलब्धता के अनुसार समितियों को खाद उपलब्ध करवाई जा रही है। जिले में हर दिन 250 टन से 300 टन समितियों में यूरिया भेजी जा रही है।
जितेंद्र गंगवार, एरिया मैनेजर इफको। खाद के गड्ढे में दबंग कर रहा निर्माण, शिकायत
संसू, चायल : चरवा के पूरेकलापत गांव निवासी संजीव कुमार पांडेय, बृजलाल, शिवबाबू, चंद्रभान, लल्लू ने बताया कि ग्राम सभा की आराजी संख्या 2527 रकबा 0.034 अभिलेख में खाद का गढ्डा दर्ज है। ग्रामीण गोबर की खाद फेंक रहे है। आरोप है कि गांव के दबंगों ने साठगांठ कर जबरन उस भूमि पर कब्जाकर मकान का निर्माण कर रहा है। विरोध करने पर दबंग जान से मारने की धमकी दे रहें है। पीड़ित ग्रामीणों ने आरोपित दबंग के खिलाफ चरवा पुलिस से शिकायत की थी। वहां से कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने गुरुवार को एसडीएम से शिकायत की है। एसडीएम घनश्याम कुमार ने हल्का लेखपाल शिवनारायण और चरवा इंस्पेक्टर राधेश्याम वर्मा को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया है।