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ट्रांसफार्मर ओवरलोड, शुरू हुई बिजली कटौती

जासं कौशांबी गर्मी आते ही बिजली का खर्च बढ़ गया है। इससे विद्युत उपकेंद्र व गांवों में लगे ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गए हैं जिसकी वजह से आए दिन तकनीकी खराबी भी बनी रही है। ऐसे में जनपद में रोस्टर के मुताबिक बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। शहर व गांवों में हो रही बिजली की कटौती से जहां लोगों को गर्मी में परेशान होना पड़ रहा है। वहीं फसलों की सिचाई प्रभावित हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 11:06 PM (IST)Updated: Sat, 06 Apr 2019 06:28 AM (IST)
ट्रांसफार्मर ओवरलोड, शुरू हुई बिजली कटौती
ट्रांसफार्मर ओवरलोड, शुरू हुई बिजली कटौती

जासं, कौशांबी : गर्मी आते ही बिजली का खर्च बढ़ गया है। इससे विद्युत उपकेंद्र व गांवों में लगे ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गए हैं जिसकी वजह से आए दिन तकनीकी खराबी भी बनी रही है। ऐसे में जनपद में रोस्टर के मुताबिक बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। शहर व गांवों में हो रही बिजली की कटौती से जहां लोगों को गर्मी में परेशान होना पड़ रहा है। वहीं फसलों की सिचाई प्रभावित हो रही है।

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बिजली आपूर्ति के लिए जनपद में 32 विद्युत उपकेंद्र बनाए गए हैं। इन उपकेंद्रों से सात नगर पंचायतों व 458 ग्राम पंचायतों में आपूर्ति की जाती है। गर्मी से निजात पाने के लिए लोगों के घरों में कूलर-पंखा, एसी और फ्रिज का प्रयोग लोग कर रहे हैं। इससे भार बढ़ गया है। गांव के 30 फीसद लोग अवैध तरीके से बिजली का उपभोग करते हैं। इससे जनपद के अधिकतर उपकेंद्र ओवरलोड हो गए हैं इसमें पश्चिमशरीरा, सरायअकिल, सिराथू, मंझनपुर, घटमापुर, तिल्हापुर आदि विद्युत उपकेंद्र शामिल हैं। विद्युत उपकेंद्र मंझनपुर क्षेत्र की टेंवा बाजार का एक सप्ताह पूर्व ट्रांसफार्मर जला था। सूचना देने के बाद भी नहीं बदला गया है। टेंवा के रामचरन, गोलू, शिवचंद्र व गोकुल प्रसाद का कहना है कि बाजार में एक सप्ताह से बिजली आपूर्ति ठप है। ट्रांसफार्मर का उचित मानक

बिजली विभाग के अवर अभियंता का कहना है कि ट्रांसफार्मर की क्षमता के साथ ही उसे महज 80 प्रतिशत लोड पर ही चलाया जाना चाहिए। यह उचित मानक होता है। इसके अलावा तीनों फेस पर एक समान आपूर्ति होनी चाहिए लेकिन यहां लगे ट्रांसफार्मर पूरा लोड की बात तो दूर, उससे भी अधिक लोड पर चल रहे हैं। मुख्यालय में ही हो रही बिजली कटौती

जिला मुख्यालय मंझनपुर में भी कटौती की जा रही है। विभाग के अधिकारियों की मानें तो इसका मुख्य कारण ट्रांसफार्मर का ओवरलोड होना है। कस्बे पवन केसरवानी, दीपक मिश्रा, सुनील कुमार आदि का कहना है कि रात्रि में दो घंटे की बिजली कटौती की जाती है।

गर्मी के दिनों में बिजली का खर्च बढ़ गया है। विद्युत उपकेंद्रों में लगाए गए अधिकतर ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गए हैं। इससे तकनीकी खराबी आ रही है। ट्रांसफार्मरों के ओवरलोड होने की वजह से बिजली कटौती की समस्या बन रही है। इसे सुधारने के

अंकित कुमार, एक्सईएन विद्युत


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