शौचालय की उपयोगिता बताने को खर्च करेंगे सवा तीन करोड़
जासं, कौशांबी : जिले को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं लेकिन लोग उसका उपयोग नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों को शौचालय का उपयोग बताने, समझने के लिए पंचायती राज विभाग ने 321.
जासं, कौशांबी : जिले को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं लेकिन लोग उसका उपयोग नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों को शौचालय का उपयोग बताने, समझने के लिए पंचायती राज विभाग ने 321.80 लाख की योजना तैयार की है। उन्होंने जिला प्रशासन को इसकी स्वीकृत के लिए पत्र भेजा है। अब तक इस मद से 50 लाख का खर्च किया जा चुका है। आगे विभाग क्या करें, इसके लिए सुझाव मांगा है।
खुले में शौचमुक्त करने को लेकर जिले में अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में जितना जोर शौचालय निर्माण में दिया जा रहा है। उतना ही जोर शौचालय के प्रयोग को लेकर लोगों को जागरूक करने में दिया जा रहा है। इस बात का अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि डीपीआरओ कार्यालय ने सवा तीन करोड़ रुपये की योजना लोगों को जागरूक करने के लिए बनाई गई है। इस धनराशि से करीब तीन हजार शौचालय का निर्माण किया जा सकता है। इस धन से करीब 50 लाख धन खर्च हो चुका है। शेष बचे धन को खर्च करने को लेकर डीपीआरओ ने जिला स्वच्छता समिति से सुझाव मांगा है। किस कार्य में कितना करेंगे खर्च
कार्य रुपये लाख में
स्वच्छाग्राही की बैठक 7.42 (तीन माह के लिए)
शिक्षकों का प्रशिक्षण 0.80
आशा बहु प्रशिक्षण 0.80
आंगनबाड़ी का प्रशिक्षण 0.80
विद्यालयों में वाल राइ¨टग 14.91
आंगनबाड़ी केंद्रों पर वाल राइ¨टग 10.22
दो बोलेरों का किराया 6.3
709 गांव में नारा लेखन 70.90
खुले में शौच मुक्त करने का आयोजन 5.00
709 गांव में एलइडी वैन पर खर्च 67.45
विकार खंड स्तर पर वार रूम संचालन 4.00
476 स्वच्छाग्राहियों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण 13.37
स्वच्छता ही सेवा अभियान पर व्यय 5.00
709 गांव में नुक्कड़ नाटक 60.26
स्वच्छाग्राहियों को प्रोत्साहन राशि 37.57
सीएलटीएस टीम के लिए वाहन व्यय 16.80
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