बीमारी से तंग युवती ने फांसी लगाकर दी जान
पिपरी कोतवाली के इंगुआ उर्फ काठगांव में रविवार की रात बीमारी से आजिज युवती ने कमरे के अंदर फंदे पर लटक कर खुदकुशी कर ली। सुबह स्वजनों ने शव लटकता देख तो उनके होश उड़ गए। बिना पोस्टमार्टम कराए ही उन्होंने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
कसेंदा : पिपरी कोतवाली के इंगुआ उर्फ काठगांव में रविवार की रात बीमारी से आजिज युवती ने कमरे के अंदर फंदे पर लटक कर खुदकुशी कर ली। सुबह स्वजनों ने शव लटकता देख तो उनके होश उड़ गए। बिना पोस्टमार्टम कराए ही उन्होंने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
पिपरी के काठगांव निवासी प्रताप चौहान मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता है। उसने बताया कि उनकी 18 वर्षीय पुत्री नीलम काफी समय से कई बीमारियों से ग्रस्त थी। उसका लगातार उपचार चल रहा था। बीमारी के चलते वह कुछ दिनों से परेशान थी। बीमार को लेकर उसका मानसिक संतुलन भी प्रभावित हो रहा था। करीब सप्ताह भर से वह गुमसुम सी रहने लगी थी। किसी से ज्यादा बात भी नहीं करती थी। रविवार की शाम खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने चली गई। सुबह उसका शव फंदे से लटकता मिला। स्वजनों ने शव को नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दिए बिना शव का अंतिम संस्कार कर दिया। संदिग्ध हाल में किसान की मौत, ठंड की आशंका
संसू, कसेंदा : पिपरी थाना के कसेंदा गांव में रविवार की रात एक अधेड़ को तेज ठंड लगने के साथ अचानक हालत बिगड़ गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार के दौरान मौत हो गई। परिवार के लोगों ने ठंड लगने से मौत की आशंका जाहिर की है। हालांकि पोस्टमार्टम न होने के कारण इसकी अधिकारिक पुष्टि भी नहीं की जा सकती है।
कसेंदा निवासी 45 वर्षीय नन्हे खेती के अलावा गांव में ही चाय-नाश्ते की दुकान चलाते थे। रविवार की शाम वह दुकान पर काम कर रहे थे। परिवार वालों का कहना है कि अचानक उन्हें तेज ठंड लगने लगी। कुछ देर बाद ही पेट में दर्द और उल्टी के साथ उलझन शुरू हो गई। परिवार के लोग कुछ समझ पाते कि नन्हें जमीन पर गिरकर तड़पने लगे। परिवार के लोग नन्हें को तिल्हापुर मोड़ के एक निजी अस्पताल लेकर गए। हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया। भोर करीब चार बजे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। गमगीन माहौल में परिवार के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार किया।