तीन तलाक व राष्ट्रवाद ने कौशांबी के दलदल में खिलाया कमल
विनोद सिंह कौशांबी भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर की जीत के पीछे कहीं न कहीं मोदी मंत्र काम आया। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मई को भरवारी के भवंस मेहता कॉलेज में आयोजित जनसभा के दौरान कहा था कि आप का एक एक वोट सीधा मेरे खाते में आएगा। मोदी मंत्र का असर यह रहा कि कौशांबी संसदीय सीट पर कमल तो खिला लेकिन सियासी दलों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया। माना जा रहा है कि तीन तलाक व हलाला के मुद्दे पर जहां मुस्लिम महिलाओं ने दिल खोलकर कमल की बटन दबाई वहीं राष्ट्रवाद के नाम पर दलित व पिछड़ा मतदाता भी भाजपा के साथ खड़ा दिखा।
विनोद सिंह, कौशांबी
भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर की जीत के पीछे कहीं न कहीं मोदी मंत्र काम आया। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मई को भरवारी के भवंस मेहता कॉलेज में आयोजित जनसभा के दौरान कहा था कि आप का एक एक वोट सीधा मेरे खाते में आएगा। मोदी मंत्र का असर यह रहा कि कौशांबी संसदीय सीट पर कमल तो खिला लेकिन सियासी दलों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया। माना जा रहा है कि तीन तलाक व हलाला के मुद्दे पर जहां मुस्लिम महिलाओं ने दिल खोलकर कमल की बटन दबाई वहीं राष्ट्रवाद के नाम पर दलित व पिछड़ा मतदाता भी भाजपा के साथ खड़ा दिखा।
कौशांबी क्षेत्र पर इस बार बेहद दिलचस्प मुकाबला था। सब से अहम यह था कि सपा से अलग थलग हुए कुंडा के निर्दल विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक का गठन कर लिया। यह नया दल सपा के समीकरण को बिगाड़ने वाला था लेकिन जब प्रदेश में सपा व बसपा का गठबंधन हुआ तो माना गया कि सारे सियासी दल भाजपा को घेरने के लिए एक जुट हुए हैं। बावजूद भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने 2014 में पार्टी से सांसद रहे विनोद सोनकर पर ही दांव खेला। विनोद सोनकर सहित चुनाव प्रचार में आए करीब दर्जन भी स्टार प्रचारकों ने पार्टी का प्रत्याशी का नाम, दल और विकास की बात नहीं की सभी का मकसद सिर्फ मोदी थे। बाकी की बची कसर एक मई को भरवारी के भवंस मेहता कॉलेज मैदान में आए नरेंद्र मोदी ने पूरी कर दी। मोदी ने जनता से सीधा संवाद कर कहा कि अखंड भारत के लिए चौकीदार है तो वह कौन.। जनता का जवाब आया मोदी। सर्जिकल स्ट्राइक और सेना को दी गई छूट पर भी मोदी ने सवाल किया और जनता खुद ही उत्तर देने के लिए मजबूर हो गई। नमो का यह मंत्र कौशांबी संसदीय सीट के 17 लाख मतदाताओं के दिलों में घर कर गया और कौशांबी में तमाम घेराबंदी के बावजूद भाजपा का कमल खिलने में कामयाब रहा। इसमें सब से अहम यह रहा कि मतगणना को दौरान मोलानी, हकीमपुर, पिडरा, सालेहपुर जैसे मुस्लिम बाहुल्य वाली ग्राम सभाओं में भी भाजपा को उम्मीद से ज्यादा मत मिले हैं। अब मतगणना परिणाम आने के बाद राजनैतिक पंडित भाजपा के जीत के पीछे मान रहे हैं कि हलाला व तीन तलाक जैसे अहम मुद्दे पर पीएम मोदी की कवायद को लेकर भले ही मुस्लिम वर्ग के पुरुष वोटरों ने मतदान नहीं किया लेकिन मुस्लिम महिलाओं ने अपना समर्थन जाहिर किया।
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