..तो सनकी है हीरो, डरती थीं गांव की महिलाएं
पूरामुफ्ती इलाके में दिव्यांग किशोरी से दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाला आरोपित राजेश उर्फ हीरो सनकी किस्म का है। अभियुक्त अक्सर गांव की महिलाओं व युवतियों के साथ अश्लील हरकतें किया करता था। इसके चलते वह उससे डरती थीं।
महगांव : पूरामुफ्ती इलाके में दिव्यांग किशोरी से दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाला आरोपित राजेश उर्फ हीरो सनकी किस्म का है। अभियुक्त अक्सर गांव की महिलाओं व युवतियों के साथ अश्लील हरकतें किया करता था। इसके चलते वह उससे डरती थीं। इतना ही नहीं, साल भर पहले युवक ने एक महिला के साथ घर में घुसकर दुष्कर्म किया था। इस मामले में वह दो माह पहले ही जमानत पर छूटकर आया है।
मृतका के पिता ने बताया कि दो दिन पहले भी आरोपित ने उसकी बेटी के साथ छेड़खानी की थी। इस दौरान उसने परिवार वालों को बताया भी, लेकिन किशोरी की बात को इसलिए अनदेखा कर दिया गया कि वह मूकबधिर थी और उसकी बात को लोग साफ तौर पर समझ नहीं पाए थे। परिवार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया न होता देख युवक ने इस घटना को अंजाम दे दिया। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि साल भर पहले युवक ने 55 वर्षीय महिला के साथ घर में घुसकर दुष्कर्म किया था। इस मामले में उसके खिलाफ अभियोग पंजीकृत है। वह जेल में था, दो माह पहले ही जमानत पर छूटा है। लोगों ने यह भी बताया कि एक माह पहले भी गांव की एक विधवा महिला के साथ युवक ने दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन शोर मचाने पर वह भाग निकला। युवक के परिवार वालों को महिला ने उलाहना दिया। हालांकि किसी तरह महिला व उसके परिवार वालों को समझाकर मामला शांत करा दिया गया। किशोरी की हत्या के बाद अब गांव के लोगों को भी अफसोस हो रहा है कि यदि हर बार कानूनी कार्रवाई के तहत इसे सजा दिलाई जाती तो आज यह नौबत न आती।
आरोपित के कृत्य से पत्नी भी रहती थी दुखी
किशोरी की हत्या करने वाले आरोपित की करतूत से जहां गांव की महिलाएं व युवतियां खुद को असुरक्षित समझती थीं, वहीं उसकी पत्नी भी नाखुश रहा करती थी। साल भर पहले जिस समय अधेड़ महिला के साथ युवक ने दुष्कर्म किया और जेल गया, तभी से उसकी पत्नी अपने तीनों बच्चों के साथ घर छोड़कर मायके चली गई। आरोपित के घर वालों ने बताया कि जमानत पर छूटकर आने के बाद युवक ने पत्नी को बुलाने के लिए कई बार प्रयास किया, लेकिन वह वापस नहीं आई। गांव के लोग उसे सनकी व कामांध भी मानते हैं। लोगों का कहना है कि आरोपित ने जिस तरह से दिव्यांग किशोरी की निर्मम हत्या की है, उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए, जिससे समाज को भी पता चले कि ऐसे लोगों के साथ कैसा बर्ताव करना चाहिए।