भू माफिया के खिलाफ जंग छेड़ी तो बदल गई तस्वीर
धनराज ¨सह, सिराथू (कौशांबी) : सरकारी भूमि को कब्जे से मुक्त कराने के लिए गठित एंटी भू माफिया टीम की सदस्य सिराथू एसडीएम ज्योति मौर्य का कार्य सुशासन को लेकर सकारात्मक है। सिराथू क्षेत्र में दर्जनों भू माफिया पर कार्रवाई कर सैकड़ों बीघे सरकारी व गरीबों की भूमि मुक्त कराई है। वे अन्य महिला अधिकारियों के लिए मिसाल बन गई हैं।
धनराज ¨सह, सिराथू (कौशांबी) : सरकारी भूमि को कब्जे से मुक्त कराने के लिए गठित एंटी भू माफिया टीम की सदस्य सिराथू एसडीएम ज्योति मौर्य का कार्य सुशासन को लेकर सकारात्मक है। सिराथू क्षेत्र में दर्जनों भू माफिया पर कार्रवाई कर सैकड़ों बीघे सरकारी व गरीबों की भूमि मुक्त कराई है। वे अन्य महिला अधिकारियों के लिए मिसाल बन गई हैं।
वाराणसी जनपद की ज्योति मौर्य ने 17 मार्च 2017 को पहली बार सिराथू एसडीएम का कार्यभार संभाला। इनके सामने भू व शिक्षा माफिया चुनौती थे। सिराथू क्षेत्र के कई गांवों में सैकड़ों बीघे भूमि पर कब्जा था। इसमें तलाबी रकबे, खलिहान, चरागाह व भूदान की जमीन शामिल थीं। चार्ज संभालने के बाद एसडीएम पहले भू माफिया के खिलाफ सख्त हुई। तहसील क्षेत्र के अलीपुर जीता गांव में स्थित खेल मैदान में आधा दर्जन लोगों ने घर बना लिए थे। ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम ने जांच कराकर कोर्ट से बेदखली की कार्रवाई कर खेल मैदान को खाली करा लिया। मीठेपुर सयारा गांव में स्थित भूदान की 45 बीघे भूमि पर कब्जा किया। जुलाई 2018 में उस भूमि को मुक्त कराकर माफिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। अगस्त 2018 में अफजलपुरवारी स्थित सात बीघे तालाब को खाली कराकर माफिया के खिलाफ कार्रवाई की। इसी प्रकार पथरावां गांव के प्राथमिक विद्यालय की चहारदीवारी को भी कब्जे से मुक्त कराया। भ्रूण हत्या पर भी लगाया प्रतिबंध
एसडीएम ने सिराथू क्षेत्र में चल रहे भ्रूण हत्या जैसे कारोबार पर भी अंकुश लगाने का कार्य किया है। स्थानीय लोगों की सूचना पर सैनी स्थित सैफी अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन किया जा रहा था। लोगों का आरोप था कि वहां ¨लग परीक्षण किया जाता है। जांच के दौरान एसडीएम ने आरोप सही पाया, जिसके आधार पर एक वर्ष पूर्व उक्त अल्ट्रासाउंड सेंटर को सीज कर दिया गया था।