चालक की झपकी ने सुला दिया मौत की नींद
जासं, कौशांबी : डंपर चालक को पल भर के लिए झपकी क्या लगी चार लोग मौत की नींद सो गए। सुबह मौके पर पहुंचे ग्रामीणों में दुख भी था और गुस्सा भी। आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे सांसद, विधायक, डीएम और एसपी ने समझाकर रास्ता खुलवाया। शाम को गांव में एक साथ चार लोगों का अंतिम संस्कार देख सभी की आंखें नम हो गई।
जासं, कौशांबी : डंपर चालक को पल भर के लिए झपकी क्या लगी चार लोग मौत की नींद सो गए। सुबह मौके पर पहुंचे ग्रामीणों में दुख भी था और गुस्सा भी। आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे सांसद, विधायक, डीएम और एसपी ने समझाकर रास्ता खुलवाया। शाम को गांव में एक साथ चार लोगों का अंतिम संस्कार देख सभी की आंखें नम हो गई।
कौशांबी और पड़ोसी जिले चित्रकूट में बालू और गिट्टी का बड़े पैमाने पर खनन होता है। इसलिए जिले की लगभग सभी सड़कों से होकर गिट्टी और बालू लदे ट्रक गुजरते हैं। इन ट्रकों के चलते सड़कों पर रात में भी चलहकदमी रहती है। इसलिए सड़क के किनारे हादसों की आशंका बनी रहती है लेकिन मंगलवार की रात में जो हुआ है उसमें चालक की लापरवाही है। सादिकपुर सेमरहा में जिस घर में डंपर घुसा है, वह सड़क से काफी दूरी पर है। डंपर बरामदे से पहले सड़क किनारे रखी ईंट और उसके बाद बंधी भैंस को टक्कर मारते हुए अंदर घुसा। बरामदे के कई पिलर टूट गए थे। कंडक्टर फरार हो गया। जबकि ग्रामीणों ने चालक राजेश पुत्र हुबलाल निवासी नादिन का पूरा मंझनपुर को पकड़कर पीटा। पुलिस ने चालक और शिवप्रताप लोदी के परिवार दो घायलों को अस्पताल पहुंचा। डंपर से गिट्टी खाली करने के बाद हटाकर शव निकाले गए। ग्रामीणों ने शव को रोड पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सुबह नौ बजे तक बंद रहा रोड
सांसद विनोद सोनकर, विधायक लाल बहादुर, डीएम मनीष कुमार वर्मा, एसपी प्रदीप गुप्ता, एआरटीओ शंकर जी ¨सह, एसडीएम सतीश चंद्र ने ग्रामीणों को समझाया कि रास्ता जाम न करें। उनको मुआवजा दिया जाएगा लेकिन वह नहीं मान रहे थे। काफी देर तक चली बातचीत के बाद डीएम ने कहा कि बेटे को पट्टे पर जमीन दी जाएगी। साथ ही आकस्मिक निधि से 50 हजार रुपये दिए। आवास योजना व दुर्घटना बीमा से पांच लाख रुपये मिलेंगे। सांसद ने अंतिम संस्कार के लिए 20 हजार रुपये दिए।
मिलेगा इंश्योरेंस का पैसा
एआरटीओ शंकर जी ¨सह ने बताया कि यह डंपर कौशांबी जिले का ही है। इसका फुल इंश्योरेंस है। इसलिए मृतक के परिवार वालों को इंश्योरेंस कंपनी की ओर भी मुआवजा मिलेगा। यह कितना मिलेगा, इसे कोर्ट तय करेगा और इंश्योरेंस कंपनी वालों के सर्वे के बाद निर्धारित होगा। मामला हिट एंड रन का भी है। उनके पास हिट एंड रन का बजट होता है। उसमें एसडीएम जांच करके रिपोर्ट देंगे तो परिवहन विभाग से भी राशि मिलेगी। ओवरलोड वाहन सीज
सांसद ने ओवरलोड वाहनों के संचालन पर नाराजगी जताई। उन्होंने एआरटीओ प्रवर्तन आरके त्रिपाठी को कहा कि अभियान चलाकर गाडि़यों को बंद करें। इन गाड़ियों की वजह से हादसे हो रहे हैं। उस दौरान एआरटीओ प्रयागराज में थे। दोपहर तक मौके पर पहुंचे और फिर करीब दर्जनभर वाहनों को सीज किया। एक घर से निकली चार अर्थी
बुधवार की शाम को सादिकपुर सेमरहा में एक घर से चार अर्थी निकली तो सभी आंखे नम हो गई। इसमें दो बुजुर्ग तो दो बच्चे हैं। मंगलवार की रात विनोद का बेटा अजय अपने दादा शिव प्रताप और नरेंद्र की बेटी अनुराधा दादी शिवकली के पास सोए। लेकिन अगली सुबह नहीं देख पाए। एक हादसे ने इन चारों को निगल लिया। जबकि थोड़ी दूरी पर सो रही शिव प्रताप बहू आशा पत्नी गुलाब और उसका पिता श्याम लाल बाल-बाल बच गए। दरअसल शिव प्रताप के चार बेटे विनोद, नरेंद्र, गुलाब और सुरेंद्र हैं। इनका घर सड़क किनारे है लेकिन मजदूरी और खेती करके परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। मंगलवार को गुलाब काम के सिलसिले में प्रयागराज गए थे। जबकि सुरेंद्र शारदा माता का दर्शन करने मैहर गए थे। सुबह इन लोगों ने हादसे की खबर सुनी तो उल्टे पांव घर आए और शव देखकर बिलख पड़े।