श्रद्धालु दूसरी शक्ति ब्रह्माचारिणी की भक्ति में लीन
जासं कौशांबी नवरात्र के दूसरे दिन भक्तों ने मां ब्रह्माचारिणी की धूप दीप नैवेद्य व पुष्प के साथ पूजा के बाद सुख समृद्धि की कामना की। देवी मंदिरों में पूजन-अर्चन के लिए सुबह से ही भक्त पहुंच गए। अधिकांश श्रद्धालु मां दुर्गा की भक्ति में लीन हैं। शक्तिपीठ मां शीतला समेत अन्य मंदिरों में भक्तों का सुबह से ही तांता लगा रहा। घंटों व जयकारों की आवाज से वातावरण भक्तिमय हो गया है।
जासं, कौशांबी : नवरात्र के दूसरे दिन भक्तों ने मां ब्रह्माचारिणी की धूप, दीप, नैवेद्य व पुष्प के साथ पूजा के बाद सुख समृद्धि की कामना की। देवी मंदिरों में पूजन-अर्चन के लिए सुबह से ही भक्त पहुंच गए। अधिकांश श्रद्धालु मां दुर्गा की भक्ति में लीन हैं। शक्तिपीठ मां शीतला समेत अन्य मंदिरों में भक्तों का सुबह से ही तांता लगा रहा। घंटों व जयकारों की आवाज से वातावरण भक्तिमय हो गया है।
जिला मुख्यालय मंझनपुर के गांधी नगर में स्थित दुर्गा मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ लग गई। नेहरू नगर, कटरा नगर, नेतानगर, नेहरू नगर आदि मुहल्ले के भक्तों ने मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना के बाद फल व मेवा मिष्ठान मां को भक्तों ने अर्पित किए। इसके अलावा पूरबशरीरा स्थित मांग झारखंडी देवी के मंदिर, अढ़ौली की आनंदी माता आदि देव स्थानों पर पूजन के लिए सुबह से ही भक्तों ने दर्शन किए। कुछ भक्त तो बाजे व झंडे के साथ मां के पूजन को मंदिर में पहुंचे। लोगों ने नौ दिन का उपवास रखकर घर में कलश स्थापित किया है। मां की एक झलक पाने को बेताब रहे भक्त
संसू, कड़ा : चैत्र नवरात्रि पर्व को लेकर 51 वी शक्तिपीठ शीतला धाम में लगे मेले में रविवार को गंगा स्नान के बाद शीतला धाम मंदिर पहुंचकर भक्तों ने मत्था टेका। मंदिर परिसर में कतार लगाए लोगों माता की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब रहे। दर्शन के बाद लोग जलाहरी से जल ले जाना नहीं भूले। मान्यता है कि जलाहरी के जल में गंगा जल मिलाकर घर में छिड़कने से बुरी बाधा दूर होती है। चेचक में जलाहरी का पानी लगाने से भी राहत मिलती है। गंदे घाटों में लगाई पुण्य की डुबकी
नवरात्र में कुबरी घाट, बाजार घाट, हनुमान घाट, में पहुंचकर भक्तों ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई। घाटों पर साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है। कुबरी घाट पर भी गंदगी का अंबार लगा रहा। वहीं प्रशासन सारी व्यवस्था की दावेदारी कर रहा है लेकिन समुचित व्यवस्था न होने से आने वाले दूरदराज से भक्तों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।