सुरक्षा के बीच 332 स्थानों पर दफन हुए ताजिया
जासं, कौशांबी : गम और मातम के बीच मनाए जाने वाला पर्व मोहर्रम में 10वें दिन कड़ी सुरक्षा के बीच 332 स
जासं, कौशांबी : गम और मातम के बीच मनाए जाने वाला पर्व मोहर्रम में 10वें दिन कड़ी सुरक्षा के बीच 332 स्थानों पर ताजिया दफन कराए गए। संवेदनशील गांवों में पुलिस की विशेष नजर रही। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के अलावा अन्य अफसर गांवों में घूम-घूम कर हालात का जायजा लेते रहे।
जिला प्रशासन ने कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखते हुए मोहर्रम पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए माह भर से तैयारियां शुरू कर दी थीं। खुफिया तंत्रों से जांच कराकर विवादित गांवों में डीएम मनीष कुमार वर्मा व एसपी प्रदीप गुप्ता ने पहुंचकर समस्या सुलझाई। जिन गांवों में ताजिया निकालने को लेकर रास्ता का विवाद था, वहां अफसरों ने पहुंचकर सुलझाया। कई जगहों पर इसे लेकर तनाव की भी स्थिति पैदा हुई। इन गांवों को पुलिस अफसरों ने संवेदनशील की सूची में शामिल किया। ऐसे कुल 40 गांवों को सूची में शामिल करते हुए यहां पीएसी फोर्स भी लगाई गई। शुक्रवार को 10वीं का मोहर्रम संपन्न कराने के लिए कुल साढ़े आठ सौ सिपाही, 26 इंस्पेक्र, 84 उपनिरीक्षक, डेढ़ प्लाटून पीएसी व 170 रिक्रूट जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। दोपहर बाद 332 स्थानों पर ताजिया दफन कराने का सिलसिला शुरू हुआ तो देर शाम तक चलता रहा। इस बीच सभी अफसर मोबाइल रहकर हालात का जायजा लेते रहे। ताजिया दफन होने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली।