प्रधानमंत्री वंदना सुरक्षा कार्यक्रम के प्रचार में खेल
जासं, कौशांबी : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए केंद्र स
जासं, कौशांबी : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री वंदना सुरक्षा कार्यक्रम लागू किया। इसके तहत गर्भवती को ऑनलाइन पंजीयन के बाद पांच हजार रुपये देने का प्रावधान है। इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश दिया गया है, लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों ने योजना के प्रचार के नाम पर हजारों को खेल किया गया है।
हर पात्र महिला को प्रधानमंत्री वंदना सुरक्षित योजना का लाभ मिले इसके के प्रचार-प्रसार के लिए प्रमुख स्थानों व चौराहे पर होर्डिंग व पोस्टर लगवाए जाएं। इसके लिए हजारों रुपये भी दिए गए हैं। सीएमओ ने योजना के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को दी है। योजना के प्रचार के नाम पर एक लाख से अधिक की धनराशि निकाली गई, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने पोस्टर बैनर लगवाने में जमकर हेराफेरी की है। निर्धारित स्थानों पर होर्डिंग व बैनर लगाकर योजना का प्रचार सही तरीके से नहीं कराया गया। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में इसका खुलासा होने के बाद जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई है। साथ ही सीएससी व पीएचसी प्रभारियों से जवाब तलब किया है। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि योजना का प्रचार के लिए किन स्थानों पर पोस्टर लगाया गया और कितनी रकम खर्च हुई इसका विवरण दिया जाए। जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों हड़कंप मचा हुआ है। लक्ष्य के सापेक्ष महिलाओं का नहीं हुआ पंजीयन
प्रधानमंत्री वंदना सुरक्षा कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं को ऑन लाइन पंजीयन के बाद नियमानुसार टीकाकरण व अस्पताल में प्रसव करने पर पांच हजार की धनराशि देने का प्रावधान है। इस योजना के तहत अप्रैल माह तक 1 लाख 42 हजार महिलाओं का ऑनलाइन पंजीयन होना था, लेकिन प्रचार- प्रसार के अभाव में 93 हजार महिलाओं का ही पंजीयन हो सका है। योजना में लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की सूची तैयार की जा रही है।