रासलीला देखकर लोग हुए मंत्र मुग्ध
संसू, सिराथू : क्षेत्र में ससुर खदेरी नदी के तट पर स्थित त्यागी आश्रम कैमा में विष्णु महायज्ञ एवं कृष्ण रासलीला के पांचवे दिन जलंधर वध का मंचन किया गया। इस दौरान बांके बिहारी रासलीला संस्थान वृंदावन के कलाकारों ने रासलीला का आकर्षक मंचन कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
संसू, सिराथू : क्षेत्र में ससुर खदेरी नदी के तट पर स्थित त्यागी आश्रम कैमा में विष्णु महायज्ञ एवं कृष्ण रासलीला के पांचवे दिन जलंधर वध का मंचन किया गया। इस दौरान बांके बिहारी रासलीला संस्थान वृंदावन के कलाकारों ने रासलीला का आकर्षक मंचन कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
श्रीराम परमहंस दास के सुयोग मार्ग दर्शन में कार्यक्रम आयोजन किया गया है जिसमें रासलीला के मंचन में व्याकरणाचार्य स्वामी राम कृष्ण पांडेय ने उपस्थित लोगों को कथा के माध्यम से सती वृंदा व जलंधर वध का वृतांत सुनाया। जिसके बाद कलाकारों ने इसका सुंदर मंचन किया जिसमें दिखाया कि भगवान शिव ने अपना तेज समुद्र में फेंक दिया इससे जलंधर उत्पन्न हुआ। जलंधर में अपार शक्ति थी और उसकी शक्ति का कारण उसकी पत्नी वृंदा थी। वृंदा के पतिव्रत धर्म के कारण सभी देवी-देवता मिलकर भी जलंधर को पराजित नहीं कर पा रहे थे। जलंधर को इससे अपने शक्तिशाली होने का अभिमान हो गया और वह वृंदा के पतिव्रत धर्म की अवहेलना करके देवताओं के विरुद्ध कार्य कर उनकी स्त्रियों को सताने लगा। जिसके अत्याचार से देवी-देवता परेशान हो उठे। जिसे देख भगवान नारायण ने वृंदा का शतित्व नष्ट कर दिया। जिसके बाद जलंधर की शक्ति क्षीण हो गई और उसके बाद उसका वध कर दिया। जलंधर वध की जानकारी से देवता हर्षित हो उठे। इस दौरान जलंधर की भूमिका प्रदीप द्विवेदी ने, ब्रह्मा शिवबाबा, विष्णु के रूप में संदीप तथा वृंदा के रूप में विमल द्विवेदी, शंकर के चरित्र सुदीप द्विवेदी, इन्द्र का शिवम, नरद का गो¨वद जी, व्यास का रूप कंचन द्विवेदी ने धारण कर आकर्षक मंचन किया।