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दूसरी बार भी निरस्त कर दिया आरईएस का टेंडर

जासं, कौशांबी : ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने मॉडल शौचालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 08:10 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 08:10 PM (IST)
दूसरी बार भी निरस्त कर दिया आरईएस का टेंडर
दूसरी बार भी निरस्त कर दिया आरईएस का टेंडर

जासं, कौशांबी : ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने मॉडल शौचालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों से जुड़े कार्य करने के लिए पहली बार टेंडर निकाला था। टेंडर प्रपत्रों की बिक्री के लिए विभाग ने सिर्फ दो का समय दिया था। ठेकेदारों की शिकायत पर डीएम ने निरस्त कर दिया। अब 20 दिसंबर को दूसरी बार टेंडर निकाला तो ठेकेदारों ने समय से फॉर्म जमा नहीं किए। सीडीओ ने मामला संज्ञान में आने पर टेंडर निरस्त कर दिया। माना जा रहा है कि विभाग में गड़बड़ी आशंका हो सकती है।

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कस्तूरबा गांधी आवासी बालिका विद्यालय नेवादा, कड़ा व मंझनपुर की मरम्मत व कसिया में हाई मास्ट लाइट के अलावा कनैली, पश्चिमशरीरा, बैरागीपुर चौराहे पर मॉडल शौचालय के लिए 19 नवंबर को टेंडर निकाला था। इस टेंडर के साथ ही विभाग की मंसा सवालों के घेरे में आ गई थी। विभाग ने टेंडर फॉर्म बिक्री के लिए 10 से 11 दिसंबर का समय दिया। 10 दिसंबर को एक भी ठेकेदार ने फॉर्म नहीं दिया। विभाग इसके लिए तकनीकी कमी बताकर उनको बाद में आने के लिए कहता रहा। 11 दिसंबर को बड़ी संख्या में ठेकेदार पहुंचे, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने पहले फॉर्म नहीं बांटने उनके दबाव बनाने पर तीन बजे के बाद टेंडर फार्मों की बिक्री की। उनको 24 घंटे से भी कम समय देकर दूसरे दिन फॉर्म भरने के लिए कहा। मामला डीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने दोबारा टेंडर निकालने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि ठेकेदारों को फॉर्म खरीदकर जमा करने के बीच पर्याप्त समय दें। विभाग ने दोबारा 20 दिसंबर को टेंडर निकाला। पांच दिसंबर को 12 बजे तक टेंडर फॉर्म जमा करने थे। ठेकेदार फॉर्म लेकर पहुंचे तो वह उनको फॉर्म जमा करने नहीं मिला। कुछ ठेकेदार पहले ही कार्यालय में मौजूद रहे। वह सभी को टेंडर डालने से रोकते हुए आपस में समझौते की बात करते रहे। करीब एक बजे तक किसी ने फॉर्म बाक्स में नहीं डाला और उनका समझौता भी नहीं हो सका। इस पर कुछ लोगों ने मामले की शिकायत डीएम से की। डीएम के निर्देश पर सीडीओ ने टेंडर निरस्त करने का निर्देश दिया है। इन कामों के लिए निकाला गया था टेंडर :

- 2.52 लाख रुपये कृषि विज्ञान केंद्र में फर्नीचर, पांच लाख की लागत से कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में सोलर हाईमास्क लाइट, 10-10 लाख रुपये की लागत से पश्चिम शरीरा, कनैली, बैरागीपुर में माडल शौचालय बनाना है, 10 लाख की लागत से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कड़ा में मरम्मत कार्य, 6.30 लाख रुपये से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय नेवादा में मरम्मत कार्य, 8.25 लाख रुपये से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मंझनपुर में मरम्मत कार्य। कार्यालय में समझौता करना रहा संदिग्ध

टेंडर फॉर्म जमा करने के लिए विभागीय कार्यालय आने वाले ठेकेदारों को बॉक्स में टेंडर फॉर्म जमा करने से पहले कुछ लोगों ने रोका। वह चाहते थे कि ठेकेदार फॉर्म जमा करने से पहले ही आपस में समझौता कर लें। इसके लिए उन्होंने विभाग के कार्यालय को ही चुना। उनको किसी कर्मचारी व अधिकारी ने टोका तक नहीं। करीब 11 बजे से एक बजे तक विभागीय कार्यालय में सौदेबाजी होती रही। यह विभागीय कार्यशैली पर बड़ा सवाल है।


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