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बरौलहा के मवेशियों में फैला खुरपका-मुंहपका

संसू, चरवा : विकास खंड नेवादा के बरौलहा गांव के डेढ़ दर्जन से अधिक मवेशी खुरपका-मुंहपका बीमारी से पीड़ित हैं। पशुपालकों की मानें तो सूचना के बाद भी पशु चिकित्सकों की टीम गांव पहुंचकर बीमारी की रोकथाम के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। पशुपालकों को इलाज के लिए झोलाछाप का सहारा लेना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 08:55 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 08:55 PM (IST)
बरौलहा के मवेशियों में फैला खुरपका-मुंहपका
बरौलहा के मवेशियों में फैला खुरपका-मुंहपका

संसू, चरवा : विकास खंड नेवादा के बरौलहा गांव के डेढ़ दर्जन से अधिक मवेशी खुरपका-मुंहपका बीमारी से पीड़ित हैं। पशुपालकों की मानें तो सूचना के बाद भी पशु चिकित्सकों की टीम गांव पहुंचकर बीमारी की रोकथाम के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। पशुपालकों को इलाज के लिए झोलाछाप का सहारा लेना पड़ रहा है।

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बारिश के बाद मवेशियों मे खुरपका व मुंहपका बीमारी फैलती है। इससे बचाव के लिए शासन से पशुपालन विभाग को वर्ष में दो बार मवेशियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बरौलहा गांव लोगों की माने तो गर्मी के मौसम में मवेशियों का टीकाकरण नहीं किया गया। यही वजह है कि कई मवेशी बीमार हो गए हैं। रामहित, ज्ञान ¨सह, त्रिभुवन, लोखेलाल, रमेश, दीपू, ललितमोहन व बच्चालाल के मवेशियों मे खुरपका, मुंहपका से कई दिनों से पीड़ति हैं। मवेशियों को तेज बुखार आने से चारा पानी छोड़ चुके है। मुंह व पैर के खुरों के बीच छाले पड़ गए हैं। उनको उठने बैठने में दिक्कत हो रही है। भैंसों के दूध देना बंद कर दिया है। इसकी सूचना इसकी सूचना नेवादा पशु चिकित्सा अधिकारी को दी गई थी। इसके बाद पशु चिकित्सक इलाज करने नहीं पहुंचे। टीकाकरण अभियान के बावजूद फैली बीमारी

जिले के मवेशियों को खुरपका व मुंहपका बीमारी से बचाने के लिए पशुपालन विभाग की ओर से 15 सितंबर से टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पशु चिकित्सकों की टीम गांव-गांव पहुंचकर मवेशियों का टीकाकरण कर रही है, लेकिन गर्मी के दिनों में कुछ गांव के मवेशियों का टीकाकरण नहीं किया। इसकी वजह से बरौरहा गांव में खुरपका व मुंहपका बीमारी फैली हुई है। - विकास खंड नेवादा के बरौलहा गांव के डेढ़ दर्जन से अधिक मवेशी खुरपका मुंहपका बीमारी से पीड़ित हैं। इसकी जानकारी नहीं थी। सूचना के बाद यदि नेवादा पशु चिकित्सक इलाज के लिए नहीं गए तो उनसे जवाब मांगा जाएगा। साथ ही बीमार पशुओं का इलाज कराया जाएगा।

- बीपी पाठक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी


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