एसबीआइ सिराथू से उचक्कों ने उड़ाई साढ़े तीन लाख
संसू सिराथू सिराथू स्थित एसबीआइ बैंक के अंदर स्थित काउंटर से शुक्रवार की दोपहर दो युवक साढ़े तीन लाख लेकर फरार हो गए। जानकारी होने के बाद से ही पुलिस जांच में जुट गई है। वहां लगे सीसीटीव कैमरे से मिली फुटेज के आधार पर पुलिस युवकों की तलाश में लग गई है। पुलिस कई बिंदुओं को लेकर जांच कर रही है। पुलिस ने बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी है।
संसू, सिराथू : सिराथू स्थित एसबीआइ बैंक के अंदर स्थित काउंटर से शुक्रवार की दोपहर दो युवक साढ़े तीन लाख लेकर फरार हो गए। जानकारी होने के बाद से ही पुलिस जांच में जुट गई है। वहां लगे सीसीटीव कैमरे से मिली फुटेज के आधार पर पुलिस युवकों की तलाश में लग गई है। पुलिस कई बिंदुओं को लेकर जांच कर रही है। पुलिस ने बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी है।
सिराथू कस्बे के सैनी रोड पर एसबीआई बैंक स्थित है। शनिवार की दोपहर कांउटर नंबर एक पर योगेश शर्मा लोगों से लेनदेन कर रहे थे। दोपहर करीब करीब साढ़े 12 बजे वह दूसरे नंबर के कांउटर पर तैनात सोनू यादव को काउंटर देखने की जिम्मेदारी देकर पानी पीने चले गए। बताया जा रहा है कि सोनू को भी इसी दौरान कही जाना पड़ गया तो उसने तीसरे नंबर के काउंटर पर तैनात रहे कर्मचारी को इसकी देखभाल की जिम्मेदारी सौंप दी। थोड़ी देर में तीसरे नंबर के काउंटर पर तैनात कर्मचारी को फोटो कापी कराने जाना पड़ गया। वह भी वहां से चला गया। इसी दौरान दो किशोर बैंक के अंदर आ गए। उन्होंने काउंटर नंबर एक से करीब साढ़े तीन लाख रुपये उठाया और चले गए। योगेश शर्मा कुछ देर में लौटे तो उन्होंने रुपये गायब होने की बात कहते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर बैंक के सभी कर्मचारी सक्ते में आ गए। उन्होंने मामले की जानकारी सीओ को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई। फिलहाल पुलिस अब तक फुटेज में आए किशोरों को पहचान नहीं सकी। फिलहाल मामले को लेकर बैंक प्रबंधक आशुतोष गुप्ता ने पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीओ राजबीर सिंह ने बताया कि घटना की पड़ताल हो रही है। इस घटना में बैंक कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध है। इसकी भी जांच होगी।
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डेढ़ लाख क्यों छोड़ गए चोर
योगेश शर्मा को काउंटर नंबर एक की जिम्मेदारी दी गई थी। जिस समय व कांउटर छोड़कर गए उनका कहना है कि वहां करीब साढ़े पांच लाख रुपये थे। ऐसे में यह बड़ा सवाल उठाता है कि चोर एक ही स्थान पर रखे साढ़े तीन लाख उठा लिया और अन्य रुपये छोड़ दिया। यह बात आसानी से पुलिस के गले नहीं उतर रही है। वहीं दूसरी ओर एक के बाद एक लगातार तीन कर्मचारियों का काउंटर छोड़कर जाने की कहानी भी किसी को रास नहीं आ रही है।
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लेट लतीफी भी मामले को करती है संदिग्ध
- सीसीटीवी फुटेज के अनुसार घटना करीब साढ़े 12 बजे की है। बैंक कर्मियों को घटना की जानकारी होने के बाद भी न तो उन्होंने डायट 100 को इसकी जानकार दी और न ही चौकी व कोतवाली पुलिस को ही सूचना दी। दोपहर करीब ढ़ाई बजे बैंक प्रबंधक आशुतोष गुप्ता सीधे सीओ को फोन कर मामले की जानकारी देते है और शाम सात बजे के बाद पुलिस को घटना की तहरीर दी जाती है। इस दौरान बैंक कर्मी क्या करते रहे। इस सवाल का सही जावाब न तो बैंक कर्मियों के पास है और न ही पुलिस को ही इसकी जानकारी है। पुलिस जांच के बाद मामले के संबंध में कुछ बताने की स्थिति में होगी।
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सोनू के पास भी मिले अधिक रुपये
काउंटर नंबर दो की जिम्मेदारी सोनू यादव के पास था। पुलिस ने जांच के दौरान सोनू से पूछता तो उसने बताया कि उसके पास 26 लाख रुपये हैं। जबकि पुलिस ने रुपये गिने तो वह 27 लाख मिले। इस बात का सोनू के पास कोई जवाब नहीं है। ऐसे में पुलिस की जांच की दिशा बैंक कर्मचारियों की ओर मुड़ गई है।
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दो कर्मचारियों के खिलाफ दी तहरीर
सैनी इंस्पेक्टर एपी तिवारी ने बताया कि बैंक प्रबंधक आशुतोष गुप्ता ने कांउटर नंबर एक व दो में तैनात रहे कर्मचारियों की लापरवाही से बैंक की नकदी गायब होने की तहरीर दी है। पूरे मामले को लेकर जांच की जा रही है।