Move to Jagran APP

राजपती हत्याकांड : भाइयों संग बहू ने किया कत्ल

जासं, कौशांबी : सरायअकिल थाना क्षेत्र के नंदा का पुरवा गांव में वृद्धा राजपती हत्याकांड में पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। बहू ने ही अपने दो भाइयों के साथ मिलकर सास की हत्या की थी। मोबाइल के सीडीआर से पूरा मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने आरोपित बहू को गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Jul 2018 07:21 PM (IST)Updated: Sun, 29 Jul 2018 07:21 PM (IST)
राजपती हत्याकांड : भाइयों संग बहू ने किया कत्ल
राजपती हत्याकांड : भाइयों संग बहू ने किया कत्ल

जासं, कौशांबी : सरायअकिल थाना क्षेत्र के नंदा का पुरवा गांव में वृद्धा राजपती हत्याकांड में पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। बहू ने ही अपने दो भाइयों के साथ मिलकर सास की हत्या की थी। मोबाइल के सीडीआर से पूरा मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने आरोपित बहू को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसके भाइयों की धर-पकड़ को पुलिस टीम शंकरगढ़ के लिए रवाना हो चुकी है।

loksabha election banner

नंदा का पुरवा निवासी बुधराम की शादी सात साल पहले हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही पत्नी कुआं देवी अपने मायके शंकरगढ़ के भैंसहाई गांव चली गई थी। बुधराम अपनी मां राजपती के साथ घर पर रहते थे। माह भर पहले गांव के लोगों ने बुधराम को समझाते हुए पत्नी को वापस बुलवा लिया लेकिन राजपती ने अगले हिस्से में कुआं देवी को कमरा देते हुए अपने आप से अलग कर लिया। वहीं बुधराम भी खुद की हत्या की आशंका में पत्नी के लौटने के बाद से ही बहन की ससुराल मुरादपुर में जाकर रहने लगे। 20 जुलाई को राजपती छत पर सो रही थीं। दूसरे दिन सुबह उनकी लाश देखी गई। जानकारी होने पर बुधराम भी बहन की ससुराल से गांव लौटे। बुधराम ने पत्नी कुआं देवी व गांव के ही तीन अन्य लोगों पर मां की हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने कुआं देवी के मोबाइल का सीडीआर निकलवाया। जांच में मामला साफ हुआ कि घटना वाली रात उमा ने अपने भाइयों राकेश व डब्बू से बातचीत की थी और उनके मोबाइल का लोकेशन भी शंकरगढ़ के बजाए नंदा का पुरवा में ही ट्रेस हुई। पुलिस ने कुआं से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। आगे बताया कि यदि वह अपनी सास की हत्या न करवाती तो उसे फिर मायके भेज दिया जाता। कत्ल के अलावा उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा। इस पर भाइयों के साथ मिलकर उसने पूरी प्ला¨नग की। बहरहाल बहू कुआं के खिलाफ केस दर्ज कर चालान न्यायालय भेजा गया। शादी के बाद से ही आए दिन झगड़ा होने के कारण सास से नाराज होकर बहू कुआं देवी कई साल तक अपने मायके में रही। वापस लौटने के बावजूद सास-बहू के बीच अनबन रही। कुआं देवी ने भाइयों संग मिलकर सास को मौत के घाट उतार दिया।

- हेमंत मिश्र, थानाध्यक्ष सरायअकिल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.