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16 साल की नौकरी के बाद राजबहादुर सिंह बन गए राजबहादुर सिंह पटेल

जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग में फर्जीबाड़ा चरम पर है। यहां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जवान नौकरी कर रहे हैं। इतना ही नहीं उम्र अधिक होने पर सेवा जल्द न समाप्त हो जाए। इससे बचने लिए नौकरी के दौरान दस्तावेज भी बदल दिए गए। इसकी शिकायत भी हुई लेकिन अधिकारियों की मिली भगत के करण शिकायत दबा दी गई। अब मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। कौशांबी विकास खंड के जवान ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे जवानों की शिकायत कर जांच की मांग किया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 10:09 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 10:09 PM (IST)
16 साल की नौकरी के बाद राजबहादुर सिंह बन गए राजबहादुर सिंह पटेल

अंजनी पांडेय, अर्का :

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जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग में फर्जीबाड़ा चरम पर है। यहां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जवान नौकरी कर रहे हैं। इतना ही नहीं उम्र अधिक होने पर सेवा जल्द न समाप्त हो जाए। इससे बचने लिए नौकरी के दौरान दस्तावेज भी बदल दिए गए। इसकी शिकायत भी हुई, लेकिन अधिकारियों की मिली भगत के करण शिकायत दबा दी गई। अब मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। कौशांबी विकास खंड के जवान ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे जवानों की शिकायत कर जांच की मांग किया है।

जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग जिले के अंदर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का काम करता है। किसी भी अवसर पर पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जवान लोगों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। विभाग इस कार्य के लिए उनको दैनिक मानदेय का भुगतान करता है। जवानों को सुरक्षा की जिम्मेदारी देने से पूर्व इनके शैक्षिक अभिलेख व सुरक्षा के लिए इनकी शारीरिक क्षमता आदि की परख और अन्य विषयों के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है। जिले में विभाग खेल कर रहा है। बिना किसी प्रशिक्षण के जवानों की भर्ती आम बात हो गई है। इतना ही नहीं कुछ जवानों की नौकरी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चल रही है। एक जवान के दस्तावेज 16 साल नौकरी करने के बाद बदल दिए गए। पहले वह राजबहादुर सिंह के नाम से नौकरी करता था, लेकिन 16 साल बाद अधिकारियों से मिली भगत कर फर्जी दस्तावेज लगाते हुए राजबहादुर सिंह से राजबहादुर सिंह पटेल बन गए। कौशांबी विकास खंड के पीआरडी जवान शंभू नाथ त्रिपाठी ने जनपद के युवा कल्याण एवं प्रन्तीय रक्षक विभाग में किये जा रहे फर्जीवाड़े की शिकायत मुख्यमंत्री से की है। डीएमने शिकायत को संज्ञान लेकर जांच का निर्देश दिया, लेकिन अधिकारियों ने इसे बिना जांच कराए ही निस्तारित कर दिया।

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मुख्यमंत्री के दरबार तक मामले के पहुंचने पर मिली नोटिस, हुई लीपापोती

संसू, अर्का :

राजबहादुर सिंह से राजबहादुर सिंह पटेल बने जवान के फर्जीवाडे की शिकायत अप्रैल 2019 में मुख्यमंत्री पोर्टल में की गई थी। जिसमें जिला युवा कल्याण एवं प्रांतीय विकास दल अधिकारी ने तीन मई 2019 को नोटिस जारी कर ड्यूटी कार्य से हटाते हुए उससे एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन बाद में अधिकारियों ने लीपापोती करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया ।

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फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर अगर कोई जवान ड्यूटी कर रहा है तो यह अक्षम्य अपराध है। अगर ऐसा कोई किया होगा तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी ।

संदीप सिंह सचान, उपनिदेशक मंडल पीआरडी प्रयागराज


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