माता शीतला को चढ़ाया छप्पनभोग, लगे जयकारे
51 शक्तिपीठों में शुमार कड़ाधाम में माता शीतला के कालरात्रि स्वरूप की नवरात्र के आठवें दिन मध्य रात्रि 12 बजे महाआरती श्रृंगार संपन्न हुई इस अवसर पर उन्हें छप्पनभोग चढ़ाया गया। इसके पहले 11 तीर्थ पुरोहितों द्वारा सामूहिक रूप से दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया।
कड़ा : 51 शक्तिपीठों में शुमार कड़ाधाम में माता शीतला के कालरात्रि स्वरूप की नवरात्र के आठवें दिन मध्य रात्रि 12 बजे महाआरती श्रृंगार संपन्न हुई, इस अवसर पर उन्हें छप्पनभोग चढ़ाया गया। इसके पहले 11 तीर्थ पुरोहितों द्वारा सामूहिक रूप से दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया। शीतला माता के छवि के सम्मुख स्थित कुंड को वैदिक रीति से भरकर महाआरती व श्रृंगार किया गया। पूरा मंदिर परिसर श्रद्धालु भक्तों से खचाखच भरा हुआ था, श्रद्धालु भक्त मां के जयकारे लगाते रहे, घंटा घड़ियाल एवं शंखों की ध्वनि से पूरा वातावरण गुंजायमान था, करीब 40 मिनट चले महा आरती श्रृंगार को देखने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु भक्त जमा हुए। जो माता की एक झलक पाने को आतुर दिखायी दे रहे थे। महा आरती श्रृंगार के बाद सभी भक्तों में हलवा एवं छप्पन भोग का प्रसाद वितरित किया। मंदिर परिसर को विधिवत ढंग से सफाई की गई, सुगंधित फूलों एवं मनमोहक लाइट लाइट से सजा मंदिर परिसर लोगों का मन मोह रहा था। ऐसी मान्यता है कि महा आरती श्रृंगार में शामिल होने से सभी कष्टों का निवारण होता है और माता अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं। पंडा समाज के अध्यक्ष आत्म प्रकाश पंडा ने बताया कि महाआरती का आयोजन पारंपरिक रूप से सैकड़ों वर्ष से होता आ रहा है। इस दिन मां की पूरे विधि विधान के साथ विशेष पूजन का आयोजन किया जाता है। इसमें संपूर्ण विश्व के कल्याण की कामना की जाती है।