छापामारी में पकड़ी बिजली की चोरी, 10 पर मुकदमा
जासं, कौशांबी : मंझनपुर, चरवा व पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर बिजली विभाग की टीम ने शुक्रवार को अभियान चलाया। कई गांवों में छापामारी के दौरान बिजली चोरी पकड़े जाने पर 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। छापामारी से कटियामारों में हड़कंप का माहौल रहा।
जासं, कौशांबी : मंझनपुर, चरवा व पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर बिजली विभाग की टीम ने शुक्रवार को अभियान चलाया। कई गांवों में छापामारी के दौरान बिजली चोरी पकड़े जाने पर 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। छापामारी से कटियामारों में हड़कंप का माहौल रहा।
मंझनपुर पावर हाउस से अवर अभियंता विनम्र पटेल ने मंझनपुर कस्बे में टीम के साथ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाया कि कस्बे के ही जलीस अहमद मीटर का सील से कुछ दूरी पर दूसरी तार जोड़कर विद्युत चोरी कर रहे थे। इस पर उन्होंने केबिल को कब्जे में लेते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज कराया। इसी तरह प्रवर्तन दल फतेहपुर के प्रभारी निरीक्षक बृजेश मिश्र ने टीम के साथ चरवा इलाके के सटई गांव में सरजीत सरोज, चरवा खास के राजकुमार, लवकुश सरोज व कुंआरे के घर में विद्युत चोरी करते हुए पाया। उनके खिलाफ चरवा थाने में केस दर्ज कराया गया। इसी तरह बमरौली विद्युत उपकेंद्र के जेई आशीष कुमार आर्य ने पूरामुफ्ती में सलीम, सल्लाहपुर में नजमा बेगम पत्नी सादिक, हरिदियाहीपुर में धीरज पटेल व पूरामुफ्ती में दिनेश को कटियामारी कर विद्युत चोरी करते हुए पकड़ा। उनके खिलाफ भी पूरामुफ्ती थाना में केस दर्ज कराया गया। चोरी से चला रहे नलकूप तो विभाग करेगा नियमित
जासं, कौशांबी : जिले में चोरी से चल रहे नलकूपों को बिजली विभाग ने नियमित करने का फैसला किया है। इसके लिए कुल लाइन खर्च का किसान को 15 फीसद सुपरवीजन चार्ज देना होगा। इसके बाद विभाग किसान को कनेक्शन देकर नियमित कर देगा।
जिले में नलकूपों के लिए बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य करीब 145 था। जो अप्रैल में ही पूरा हो गया। इसके बाद करीब 300 किसानों ने कनेक्शन लेने के लिए विभाग में आवेदन किया है। लक्ष्य न होने के कारण किसानों को बिजली का कनेक्शन नहीं दिया जा सका। इसके बाद कुछ ने चोरी से नलकूप चलाना शुरू कर दिया। ऐसे किसानों को अब बिजली विभाग नियमित करना चाहता है। अधिशासी अभियंता अंकित कुमार ने बताया कि चोरी से बिजली का प्रयोग कर रहे किसानों को राहत देने के लिए यह योजना शुरू की गई है।