पोषाहार बेचने वाले अभियान में लगा रहे बट्टा
संसू, मूरतगंज : जिले भर में सुपोषण मिशन चल रहा है लेकिन हर महीने पोषाहार बेचने वाले इस अभियान में भी खेल करने से नहीं चूक रहे हैं। पिछले दिनों फिर पोषाहार बेचने की शिकायत हुई तो सीडीपीओ ने मूरतगंज ब्लाक के दो गांव में की जांच की तो वहां पर पोषाहार नहीं मिला। मामला प्रकाश में आया तो अधिकारी से लेकर आंगनबाड़ी तक उसे मैनेज करने में जुट गया। बताया कि पोषाहार दूसरे गांव में रखा है और अगले दिन उसे दिखाया गया। फिलहाल मामला संदेह के घेरे में है।
संसू, मूरतगंज : जिले भर में सुपोषण मिशन चल रहा है लेकिन हर महीने पोषाहार बेचने वाले इस अभियान में भी खेल करने से नहीं चूक रहे हैं। पिछले दिनों फिर पोषाहार बेचने की शिकायत हुई तो सीडीपीओ ने मूरतगंज ब्लाक के दो गांव में की जांच की तो वहां पर पोषाहार नहीं मिला। मामला प्रकाश में आया तो अधिकारी से लेकर आंगनबाड़ी तक उसे मैनेज करने में जुट गया। बताया कि पोषाहार दूसरे गांव में रखा है और अगले दिन उसे दिखाया गया। फिलहाल मामला संदेह के घेरे में है।
जिले के हर आंगनबाड़ी केंद्र से गर्भवती, तीन वर्ष से छह वर्ष तक के बच्चे, धात्री महिलाओं को कुपोषण की समस्या से निजात दिलाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए हर केंद्र से बुधवार को पोषाहार का वितरण किया जाता है। इस दौरान कुछ केंद्रों से पोषाहार बेचने की शिकायत हुई है। तब मूरतगंज के सीडीपीओ ममता सचान जांच करने गई। उन्होंने पाया कि असरफपुर व मलाकनागर गांव में पोषाहार नहीं है। आशंका हुई कि इसे बेच दिया गया। बाद में बताया गया कि यहां का पोषाहार दूसरे गांव में रखा है। फिर सीडीपीओ को फटकार के बाद वहां पर पोषाहार लाया गया। गुरुवार को वहां पर सुपरवाइजर जांच करने पहुंचीं तो पोषाहार मिल गया। उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट सीडीपीओ को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि दोनों केंद्रों में पोषाहार रेलवे लाइन को पार करके भेजा जाना था। लाइन के किनारे पानी भरा होने से पोषाहार केंद्र तक नहीं पहुंच सका। उसे दूसरे केंद्र पर रखा गया था। गुरुवार को पोषाहार केंद्र तक पहुंचा दिया गया है और उसका वितरण भी हो गया है।