अर्द्धसैनिक बलों को मिले शहीद का दर्जा और पुरानी पेंशन
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए अर्द्धसैनिक बलों की प्रथम पुण्यतिथि पर शुक्रवार को आल ट
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए अर्द्धसैनिक बलों की प्रथम पुण्यतिथि पर शुक्रवार को आल टीचर एंड एंलाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) ने कैंडल मार्च निकाला। जवानों को श्रद्धाजंलि देते हुए उन्हें शहीद का दर्जा और परिवार के लोगों को पुरानी पेंशन का लाभ देने की मांग की गई।
पुलवामा आतंकी हमले में मारे गए जवानों को पेंशन योजना का लाभ नहीं मिला है। ऐसे में अटेवा ने डायट मैदान परिसर से लेकर मंझनपुर चौराहे पर कैंडल मार्च निकाला। आतंकी साजिश में जान गंवाने वाले जवानों के लिए शहीद का दर्जा और पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिए जाने की मांग की है। जिला संयोजक कुशाल सिंह ने कहा कि एक दिन के सांसद, विधायक को भी पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाता है। जबकि सरकारी कर्मचारी के लिए ऐसा नहीं है। देश की रक्षा के लिए बॉर्डर पर मर मिटने वाले जवानों तक को यह सुविधा नहीं है। जबकि उनके आश्रितों को बेहतर सुविधा दी जानी चाहिए। जिला कोषाध्यक्ष धीरज यादव ने कहा की पुलवामा शहीदों के नाम पर राजनीति बहुत की गई, लेकिन सरकार ने अब तक उन्हें शहीद का दर्जा नहीं दिया। जिला मंत्री कर्ण सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन पर प्रथम हक अर्द्धसैनिक बलों का है। सरकार एनपीएस समाप्त करते हुए उन्हें तत्काल पुरानी पेंशन योजना का लाभ दें। सरकार जब तक पुरानी पेंशन और शहीद का दर्जा बहाल नहीं करती है तब तक सभी शिक्षक कर्मचारी यह अभियान चलाते रहेंगे। इस मौके पर अभिषेक सिंह, राजेंद्र सिंह, सतीश चंद्र शर्मा, सजय तिवारी, विनोद यादव, रमेश चंद्र सेन, नयन सिंह, हरीशचंद्र, भाष्कर, देवेन्द्र द्विवेदी, धनंजय सिंह, शीतला प्रसाद शर्मा, लाल सिंह आदि मौजूद रहे।