निष्पक्ष मतदान कराने में पीठासीन अधिकारियों की भूमिका अहम
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने में पीठासीन अधिकारियों की भूमिका अहम होती है क्योंकि वह पोलिग बूथ के मुखिया होते हैं। उनकी टीम में मतदान अधिकारी प्रथम द्वितीय व तृतीय होते हैं। ये बातें नवीन मंडी ओसा में आयोजित प्रशिक्षण में शनिवार को जिला निर्वाचन अधिकारी अमित कुमार सिंह ने कही। इसके अलावा अन्य अधिकारियों ने मतदान से जुड़ी जानकारी दी। प्रशिक्षण में 41 कर्मचारी अनुपस्थित रहे। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश डीईओ ने दिया है।
कौशांबी : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने में पीठासीन अधिकारियों की भूमिका अहम होती है, क्योंकि वह पोलिग बूथ के मुखिया होते हैं। उनकी टीम में मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय व तृतीय होते हैं। ये बातें नवीन मंडी ओसा में आयोजित प्रशिक्षण में शनिवार को जिला निर्वाचन अधिकारी अमित कुमार सिंह ने कही। इसके अलावा अन्य अधिकारियों ने मतदान से जुड़ी जानकारी दी। प्रशिक्षण में 41 कर्मचारी अनुपस्थित रहे। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश डीईओ ने दिया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 29 अप्रैल को संपन्न कराया जाएगा। इसके लिए 1735 पोलिग बूथ बनाए गए हैं। मतदान के दिन पीठासीन अधिकारियों को ही बूथों की गतिविधियों को संभालना होता है। इसके मद्देनजर वह सही तरीके से चुनाव संबंधित जानकारी प्राप्त करें। जो बातें न समझ में आए। उसे दुबारा पूछे। इसलिए सभी पीठासीन एवं मतदान अधिकारी टीम के रूप में कार्य को संपादित कराकर मतदान संपन्न कराएं। चुनाव कार्मिक अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने पीठासीन अधिकारी मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय व तृतीय मतपेटी को खोलने, बंद करने व सील करने की जानकारी दी। उन्होंने कि 28 अप्रैल को ब्लाक मुख्यालयों से पोलिग पार्टियां रवाना की जाएगी ओर 29 अप्रैल की सुबह सात बजे से मतदान शुरू कराया जाएगा। पीठासीन अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह निर्धारित समय में मतदान शुरू कराए। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर राकेश पांडेय ने पीठासीन अधिकारियों, प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय मतदान कार्मिकों को निर्वाचन प्रक्रिया के कार्यो की बारीकियों एवं दायित्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। शनिवार को दो पालियों में दो हजार कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना था। 41 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। प्रशिक्षण में भाग न लेने से नाराज डीईओ ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत संबंधित कर्मियों पर एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश चुनाव कार्मिक अधिकारी को दिया है। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार, जिला विकास अधिकारी विजय कुमार, मंझनपुर एसडीएम राजेश चंद्रा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी गोपाल ओझा आदि मौजूद रहे।