संदिग्ध व्यक्ति के बयान से उलझी पुलिस
जासं, कौशांबी : सैनी कोतवाली क्षेत्र के परास गांव में मोहम्मद मौज हत्या प्रकरण में पुलिस संदिग्ध व्य
जासं, कौशांबी : सैनी कोतवाली क्षेत्र के परास गांव में मोहम्मद मौज हत्या प्रकरण में पुलिस संदिग्ध व्यक्ति के बयान में उलझ गई है। उसके बदलते बयान और ग्रामीणों का रुख देखते हुए पुलिस उसे घेर नहीं पा रही है। माना जा रहा है कि ग्रामीण यदि अपने आक्रोश को काबू में रखते हुए पुलिस की मदद करें तो संदिग्ध व्यक्ति के जरिए पूरी घटना का पर्दाफाश हो सकता है।
परास निवासी मोहम्मद अरकान सऊदी अरब में रहते हैं। उनका 11 वर्षीय बेटा मोहम्मद मौज चार दिन पहले अपने साथियों के साथ खेलने गया हुआ था। देर शाम लौटकर नहीं आया तो परिवार के लोगों ने उसकी खोजबीन शुरू की। गांव के बाहर एक तालाब में उसका खून से लथपथ शव मिला। कातिलों ने दोनों आंखे फोड़ दी थी। चाचा ने भतीजे के छोटे-छोटे दोस्तों पर कत्ल का आरोप लगाया। पुलिस ने साथियों से पूछताछ शुरू की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौकाने वाली हकीकत सामने आई कि मौज की गर्दन की हड्डी तोड़ी गई है। इस पर पुलिस ने छोटे बच्चों से अपनी पूछताछ बंद कर दी और उन्हें घर जाने दिया। क्योंकि किसी की गर्दन तोड़ना छोटे बच्चों के वश की बात नहीं है। कातिल कौन हो सकता है और उसका मकसद क्या है, इस बारे में परिवार के लोग पुलिस की कोई मदद भी नहीं कर पा रही है। वहीं पुलिस ने अपने तरीके से तहकीकात शुरू की तो यह कयास लगाया गया कि कहीं ऐसा तो नहीं कि मोहम्मद मौज ने किसी ऐसे व्यक्ति को किसी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया हो और उसने अपनी गर्दन फंसती देख मौज की हत्या कर दी हो। पुलिस ने इसे ¨बदु मानकर जांच शुरू की तो एक व्यक्ति की भूमिका संदेह के घेरे में आई। उसकी सारी गतिविधि पर पुलिस ने नजर रखना शुरू किया तो काफी हद तक सफलता मिली। संदिग्ध व्यक्ति घटना वाले दिन उन सभी जगहों पर देखा गया, जहां मौज अपने साथियों के साथ मौजूद था। पूछताछ में संदिग्ध व्यक्ति ने घटना के दिन गांव में होने से ही इन्कार कर दिया।