सालों बाद भी नहीं बदली गांव की तस्वीर
संसू, सिराथू : भले ही सरकार गांवों को बुनियादी सुविधाओं से लैश कराने के लिए लाखों रुपया खर्च कर रही हो लेकिन जिम्मेदारों की मनमानी की वजह से गांवों का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों को नाली, खड़ंजा, पानी आदि बुनियादी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इससे होकर आवागमन करने वाले लोगों खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
संसू, सिराथू : भले ही सरकार गांवों को बुनियादी सुविधाओं से लैश कराने के लिए लाखों रुपया खर्च कर रही हो लेकिन जिम्मेदारों की मनमानी की वजह से गांवों का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों को नाली, खड़ंजा, पानी आदि बुनियादी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इससे होकर आवागमन करने वाले लोगों खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
कड़ा विकास खंड क्षेत्र के ग्राम नर¨सहपुर कछुवा गांव में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। गांव में नाली-खड़जे का निर्माण अब तक नहीं करवाया गया है। जिसकी वजह से कच्चे रास्तों में लोगों के घरों व बरसात का पानी भरकर कीचड़ में तब्दील हो रहा है। इस गांव में रहने वाले लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई साल का समय बीत जाने के बाद भी गांव की तस्वीर ज्यों का त्यों ही बनी हुई है। गांव का मुख्य मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त है। जिसमें जल भराव होने से लोगों को असुविधा हो रही है। कुछ रास्तों में नाली का निर्माण कराया गया है लेकिन सफाई न होने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गांव के किनारे बनी शिवमंदिर के पास नाली गंदगी से पटी है और जलभराव हो गया है। इन दिनों लोग मंदिर में पूजा अर्चना व जलाभिषेक के लिए जाते हैं लेकिर मंदिर के बाहर ही लगी गंदगी की वजह से उन्हें काफी मुसीबतें हो रही है। गांव में जल निकासी के लिए बनाई गई नालियां टूट गई। बरसात के पहले इनकी मरम्मत न कराए जाने की वजह से जल भराव हो गया है। काफी समय से पानी भरे होने की वजह से नालियों व रास्तों से दुर्गंध उठने लगी। इसकी वजह से लोगों में संक्रामक बीमारियों फैलने का भय बना हुआ है। वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में लगाए गए कूड़ादान भी देखरेख के अभाव में क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है। जिसे ग्राम प्रधान के माध्यम से दुरुस्त नहीं कराया गया है। गांव के चौहान पटेल, राजू, मनोज, राजकुमार आदि का कहना है कि गांव में नाली-खड़ंजा के निर्माण व सफाई के लिए कई बार ग्राम प्रधान से शिकायत की गई लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। मामले को लेकर बीडीओ व ग्राम प्रधान से बात करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।