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कागज में दौड़ी कूड़ा गाड़ी, 15 लाख का भुगतान

जागरण संवाददाता कौशांबी संयुक्त जिला अस्पताल समेत जिले की सभी सीएचसी व पीएचसी से कूड़ा-कचरा उठाने के नाम पर एक संस्था ने भारी खेल किया है। कागज में कूड़ा गाड़ी दौड़ाकर लाखों का भुगतान करा लिया जबकि अस्पतालों में जगह-कूड़े का ढेर लगा हुआ है। कई अस्पतालों में तो कर्मियों ने खुद कूड़े का निस्तारण किया है। अब भी कई जगह कूड़े का ढेर लगा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Apr 2019 11:11 PM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 11:11 PM (IST)
कागज में दौड़ी कूड़ा गाड़ी, 15 लाख का भुगतान

जागरण संवाददाता, कौशांबी : संयुक्त जिला अस्पताल समेत जिले की सभी सीएचसी व पीएचसी से कूड़ा-कचरा उठाने के नाम पर एक संस्था ने भारी खेल किया है। कागज में कूड़ा गाड़ी दौड़ाकर लाखों का भुगतान करा लिया जबकि अस्पतालों में जगह-कूड़े का ढेर लगा हुआ है। कई अस्पतालों में तो कर्मियों ने खुद कूड़े का निस्तारण किया है। अब भी कई जगह कूड़े का ढेर लगा है।

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अस्पतालों से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण सही समय पर हो। इसके लिए शासन स्तर से जिम्मेदारों को निर्देश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग ने कूड़ा उठान व निस्तारण के लिए संगम प्राइजेज को टेंडर दिया है। यह एजेंसी कहां की है। इसकी जानकारी अस्पताल कर्मियों को नहीं है। सफाई के लिए लगाए गए स्वास्थ्य कर्मी ही कूड़ा उठाते हैं। अस्पताल से निकाले गए कूड़े को परिसर के किनारे ही फेंका जाता है। कूड़ा नष्ट करने के लिए आग का सहारा लिया जा रहा है। सबसे खराब स्थित सरायअकिल सीएचसी की है। यहां पर अस्पताल परिसर में अब भी कूड़े का ढेर लगा हुआ है। सरायअकिल के सुनील केसरवानी, महेंद्र कुमार, सोनू आदि का कहना है कि पिछले दो माह से कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी नहीं आई है। इससे अस्पताल परिसर में गंदगी फैली हुई है, जिससे आने वाले मरीजों को परेशानी हो रही है। यही हाल अन्य पीएचसी व सीएचसी का है। जिस संस्था को कूड़ा उठाने का टेंडर दिया गया है। उसे भुगतान 15 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है। जो जांच का विषय है। यदि जिला स्तरीय अधिकारी मामले की जांच करें। गड़बड़ी का पर्दाफाश हो सकता है। कचरा जलाने से फैल रहा प्रदूषण

जनपद की अस्पतालों से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए जिस संस्था को जिम्मेदारी दी गई है। उसने सही तरीके से कार्य नहीं किया। इसकी वजह से कुछ अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल से निकलने वाले कूड़े को चला रहे हैं। इससे अस्पताल परिसर में प्रदूषण फैल रहा है। इससे आने वाले मरीजों व स्थानीय लोगों को परेशानी होती है। कहते हैं अफसर

अस्पतालों से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण का टेंडर संगम प्राइजेज को दिया गया है। कूड़ा उठाने का भुगतान एजेंसी को जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी से किया गया है। यदि कूड़ा उठान के नाम पर गड़बड़ी की जा रही है। तो इसकी जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. पीएन चतुर्वेदी, सीएमओ।


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