से¨टग के लिए डायट में मंडराने लगे बाहरी लोग
जासं कौशांबी जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में गैर जनपद की कॉपियों का मूल्यांकन होना है। शिक्षा माफियाओं ने अपने नेटवर्क से यह भी पता लगा लिया है कि किस जनपद की कॉपियां कहां गई हैं? जिन लोगों के किसी कारण से पेपर खराब हो रहे हैं। वह डायट के चक्कर लगाने लगे हैं। डायट प्राचार्य ने इस प्रकार की किसी भी जानकारी से इन्कार किया है।
जासं, कौशांबी : जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में गैर जनपद की कॉपियों का मूल्यांकन होना है। शिक्षा माफियाओं ने अपने नेटवर्क से यह भी पता लगा लिया है कि किस जनपद की कॉपियां कहां गई हैं? जिन लोगों के किसी कारण से पेपर खराब हो रहे हैं। वह डायट के चक्कर लगाने लगे हैं। डायट प्राचार्य ने इस प्रकार की किसी भी जानकारी से इन्कार किया है।
प्रदेश के सभी डायटों में प्रथम व द्वितीय बैच के डीएलएड प्रशिक्षुओं की कॉपियां मूल्यांकन के लिए भेजी गई हैं। 25 फरवरी से मूल्यांकन कार्य शुरू हो जाएगा। परीक्षा के दौरान जिन प्रशिक्षुओं को पेपर सही नहीं हुआ है। वह शिक्षा माफिया के संपर्क में आ गए है। अब इसको लेकर माफिया ने अपने नेटवर्क का प्रयोग करते हुए यह आसानी से जान लिया है कि किस जिले की कॉपियां कहां गई हैं। इसके बाद से वह संबंधित डायटों में संपर्क करने लगे है। माना जा रहा है कि संपर्क कर व किसी न किसी प्रशिक्षुओं के संबंध में वार्ता कर उसके अंक बढ़ाने का प्रयास करेंगे, लेकिन डायट प्रचार्य ने इसकी प्रकार की जानकार से इन्कार किया है। बेहद गोपनीय होगा मूल्यांकन
डायट प्राचार्य कुबेर ¨सह ने बताया कि कॉपियों को मूल्यांकन सीसीटीवी की निगरानी में होगा। इसके साथ ही जहां कॉपियां रखी है और जहां बंडल को खोला जाना है। हर वह स्थान सीसीटीवी की निगरानी में है। मूल्यांकन कक्षा में प्रवेश से पहले तक किसी शिक्षक को यह जानकारी नहीं होगी वह किसी कॉलेज की कॉपी का मूल्यांकन करेंगे। किस सीरियल से लेकर किस सीरियल तक की कॉपी कौन चेक करेगा। इसकी जानकारी भी केवल कोठार प्रभारी को होगी। शिक्षकों को मूल्यांकन कक्ष के अंदर कॉपी मिलने के बाद ही यह पता चल सकेगा। अवकाश प्राप्त शिक्षक भी करेंगे मूल्यांकन
डीएलएड की कॉपियों का मूल्यांकन डिग्री कॉलेज व इंटर कॉलेजों के प्रवक्ताओं को लगाया जाएगा। अवकाश प्राप्त शिक्षक भी मूल्यांकन का कार्य कर सकते हैं।