तालाब-पोखरे प्यासे, पशु-पक्षियों को गला तर करने का संकट
मई में पारा 45 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। भीषण गर्मी और तपिश ने मानव ही नहीं बल्कि पशु-
मई में पारा 45 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। भीषण गर्मी और तपिश ने मानव ही नहीं बल्कि पशु-पक्षियों को भी बेहाल कर दिया है। अधिकतर तालाब, पोखरे समेत अन्य जलस्त्रोतों में पानी नहीं है। प्यास बुझाने के लिए बेजुबान भटक रहे हैं। जिम्मेदार सूखे तालाबों को भरने की व्यवस्था नहीं कर रहे। ग्रामीणों ने तालाबों में पानी भरवाने की मांग की है।
वर्षा जल संचय के लिए मनरेगा से तालाबों की खोदाई हर साल करोड़ों रुपये भले ही खर्च किया जा रहा है, लेकिन तालाबों में बारिश के पानी का संचयन करने की व्यवस्था नहीं है। इससे तालाबों की कोख खाली है। जिले के अधिकतर तालाबों से धूल उड़ रही है। भीषण गर्मी में पानी के लिए बेहाल पशु-पक्षी प्यास बुझाने के लिए तालाब तक पहुंचते हैं, लेकिन तालाब में पानी न होने से मायूस होकर लौट जाते हैं। इसका नमूना बुधवार को विकास खंड नेवादा के नूरपुर हाजीपुर गांव का तालाब के पास देखा गया। यहां मवेशी भीषण गर्मी में अपनी प्यास बुझाने आए लेकिन पानी नहीं होने से गला भी तर नहीं कर सके।
इन तालाबों में नहीं है पानी
विकास खंड कौशांबी की ग्राम पंचायत कनौली के कोढईया तालाब, सदाशिव तालाब, मेला तालाब, दाढ़ी तालाब, जुगराजपुर के बेलहना तालाब, विकास खंड नेवादा की ग्राम पंचायत नूरपुर हाजीपुर गांव का खरका तालाब, रेही का हरजू तालाब, कमालपुर बरेठी का राजा तालाब, विकास खंड चायल के फतेहपुर सहावपुर का सरजू तालाब, कसेंदा का मरकोदरी तालाब, पतेरिया तालाब, डोली तालाब, नगर पंचायत करारी के आजाद नगर व अंसारगंज में स्थित तालाब, विकास खंड सिराथू के उदहिन खुर्द के बराही तालाब व तलवर तारा में पानी नहीं है।
सूखे तालाबों में पानी भराने के लिए राजकीय नलकूप के एक्सईएन, नहर सिचाई के एक्सईएन व ग्राम पंचायतों को निर्देश जारी किया गया है। जल्द ही सभी ग्राम पंचायतों के तालाब पानी से लबालब होंगे।
-इंद्रसेन सिंह, मुख्य विकास अधिकारी