सुविधाएं नदारद, परेशानी में जलालपुरभर्ती के लोग
संसू, कसेंदा : विकास खंड नेवादा के जलालपुरभर्ती गांव को विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा
संसू, कसेंदा : विकास खंड नेवादा के जलालपुरभर्ती गांव को विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इसके बाद भी गांव में सुविधाओं का टोटा है। गांव के कई रास्ते कच्चे हैं। कई मुहल्लों में नालियां नहीं बनाई इससे घरों का दूषित पानी रास्ते में फैल रहा है। ग्रामीणों ने प्रधान व खंड विकास अधिकारी से शिकायत की थी। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया है।
दैनिक जागरण टीम अपने साप्ताहिक कार्यक्रम जागरण आपके द्वार के तहत रविवार को ग्राम पंचायत जलालपुरभर्ती पहुंची तो कीचड़ युक्त रास्ते, झोपड़ी, अधूरे शौचालय व बिगड़े हुए हैंडपंप विकास कार्य की पोल खोलते मिले। गांव के रामजीत ने बताया कि सफाई कर्मचारी कई माह से नहीं आ रहा है। बिजली के पोल स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई है। इसकी वजह से रात्रि में अंधेरा रहता है। अधिकतर हैंडपंप खराब हैं। इससे गांव के लोगों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। गांव के कई अपात्र व्यक्तियों को आवासीय सुविधा नहीं दी गई है। इससे वह झोपड़ी नुमा घर में रहने को मजबूर हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने के लिए प्रधान व सचिव से शिकायत की थी। इसके बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। कई महिलाओं को विधवा व वृद्धा पेंशन नहीं मिल रही है। इससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जलालपुर भर्ती का इतिहास
विकास खंड नेवादा के जलालपुर भर्ती को वर्ष 1985 में ग्राम पंचायत का दर्जा मिला। कौशांबी को जनपद का दर्जा मिलने के बाद भी प्राथमिक व जूनियर स्कूल बनाए गए लेकिन गांव का समुचित विकास नहीं हुआ।
गांव के रास्ते पर बनी नालियां टूटी हैं। इससे लोगों के घरों से निकलने वाला दूषित पानी रास्ते पर भरा रहता है। रास्ते में जल भराव से स्कूली बच्चे चुटहिल हो रहे हैं।
रमाशंकर प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए एक वर्ष पूर्व सचिव ने सूची में नाम भी अंकित किया था। इसके बाद भी आवास बनाने के लिए धन नहीं दिया गया है।
सकुंतला गांव कि कई महिलाओं को विधवा पेंशन व वृदा पेंशन नहीं मिल पा रही। इस संबंध में प्रधान व सचिव से शिकायत की थी। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया।
सीता देवी शौचालय निर्माण के लिए लाभार्थियों के खाते में धनराशि नहीं दी जा रही है। प्रधान व सचिव अपने स्तर से शौचालयों का निर्माण करा रहे हैं।
गीता देवी गांव में एक साल से सफाई कर्मी नहीं आया। इससे रास्ते में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है। रास्ते में गंदगी से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
मोलई सौभाग्य योजना के तहत दर्जनों लोगों ने कलेक्शन लिया है। महीनों बाद कनेक्शन धारकों के घर तक केबल नहीं पहुंचाई। इससे वह बिजली का उपभोग नहीं कर पा रहे हैं।
देवचंद्र नाली व खड़ंजा निर्माण व बिगड़े हुए हैंडपंपों का रिबोर करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर धन की मांग की गई है। धनराशि मिलने के बाद कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
बितान देवी, प्रधान जलालपुरभर्ती।