परिषदीय स्कूलों में शीघ्र ही लगेंगे नए अग्निशमन यंत्र
जासं, कौशांबी : परिषदीय विद्यालयों में लगे अग्निशमन यंत्र (डीसीपी फायर एक्स¨टग्यूसर) बेकार हो गए। यह प्रयोग के लायक नहीं बचे हैं। इनको बदले जाने की जरूरत है। अग्निशमन विभाग ने परिषदीय विद्यालयों में लगे अग्निशमन यंत्र की जांच बेसिक शिक्षा अधिकारी को देकर अब विद्यालयों में अग्निशमन यंत्र लगाए जाने का सुझाव दिया है।
जासं, कौशांबी : परिषदीय विद्यालयों में लगे अग्निशमन यंत्र (डीसीपी फायर एक्स¨टग्यूसर) बेकार हो गए। यह प्रयोग के लायक नहीं बचे हैं। इनको बदले जाने की जरूरत है। अग्निशमन विभाग ने परिषदीय विद्यालयों में लगे अग्निशमन यंत्र की जांच बेसिक शिक्षा अधिकारी को देकर अब विद्यालयों में अग्निशमन यंत्र लगाए जाने का सुझाव दिया है।
परिषदीय विद्यालयों में लगे अग्निशमन यंत्र खराब हो गए हैं। विद्यालय में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना होती है तो इन यंत्रों के सहारे आग पर काबू नहीं पाया जा सकता। दैनिक जागरण ने विद्यालयों की पड़ताल करते हुए इस खबर को 23 नवंबर के अंक में प्रकाशित किया है। इस खबर को संज्ञान लेकर सहायक अग्निशमन अधिकारी राधेमोहन मिश्र ने दो नवंबर को बेसिक शिक्षा अधिकारी अर¨वद कुमार को अपनी रिपोर्ट भेजी है। उन्होंने बताया कि परिषदीय विद्यालयों की जांच की गई है। जांच के दौरान पाया गया कि विद्यालय में लगे अग्निशमन यंत्र समुचित रख रखाव के अभाव में खराब हो गए हैं। कई सालों से प्रयोग के कारण इनकी कार्य क्षमता भी अब कम हो गई है। यह कमी उनको समय से रिफ¨लग न कराने के कारण आई है। तीन सितंबर को विद्यालयों की जांच के बाद रिपोर्ट दी लेकिन विभाग ने इसे अमल नहीं किया। उन्होंने विभाग को बताया कि इन दिनों पुराने अग्निशमन यंत्र के स्थान पर सि¨लडर में घड़ी लगे यंत्र यानि एवीसी फायर एक्स¨टग्यूसर आ रहे हैं। इनमें सि¨लडर की कार्यक्षमता भी प्रदर्शित रहती है। आने वाले दिनों में यह सि¨लडर विभाग प्रयोग करें तो बेहतर होगा। जांच अधिकारी ने रिपोर्ट में यह भी कहा है कि जिले में 1456 परिषदीय विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में लगे सि¨लडरों की जांच एक-एक कर पाना संभव नहीं है। ऐसे में विभाग एक स्थान पर सभी सि¨लडरों को जमा कर लें। इससे उनकी जांच की जा सके। विद्यालयों में लगे सि¨लडरों की जांच कराने को लेकर अग्निशमन विभाग से संपर्क किया गया है। हर विद्यालय के सि¨लडर की जांच कराकर यदि वह सही नहीं हैं तो उनको बदला जाएगा।
अर¨वद कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी।