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साधन सहकारी समितियों में ताला बंद

जागरण टीम कौशांबी : प्रादेशिक को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड से संचालित साधन सहकारी समितियों के सचिवों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे है। इसकी वजह से जिले की सभी समितियों में ताला बंद है। सचिवों की हड़ताल से किसानों को काफी परेशानी हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 08:37 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 08:37 PM (IST)
साधन सहकारी समितियों में ताला बंद
साधन सहकारी समितियों में ताला बंद

जागरण टीम कौशांबी : प्रादेशिक को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड से संचालित साधन सहकारी समितियों के सचिवों ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे है। इसकी वजह से जिले की सभी समितियों में ताला बंद है। सचिवों की हड़ताल से किसानों को काफी परेशानी हो रही है। समितियों के न खुलने से किसानों को दुकान से खाद खरीदना पड़ रहा है।

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किसानों की सुविधा के लिए जिले में 72 साधन सहकारी समितियां व आधा दर्जन कृषक सेवा केन्द्र खोले गए हैं। समितियों व केन्द्रों तैनात सचिव को बीते चार वर्ष से मानदेय नहीं दिया है। न ही नियमित किया गया है। इन समस्याओं को लेकर सचिवों ने हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारियों की हड़ताल से मंझनपुर, ओसा, सिराथू, चायल, भरवारी, शमसाबाद, सुजातपुर, जाठी, कौशांबी, सरसवां आदि समितियों से किसानों को डीएपी व यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष उदयभान मौर्या ने बताया कि मांगों को लेकर पहले संगठन के पदाधिकारियों ने विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन दिया था। साथ ही लखनऊ में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद भी कर्मचारियों की समस्या को लेकर ध्यान नहीं दिया। मानदेय न मिलने की वजह से कर्मचारियों का परिवार भुखमरी की कगार है। कहा कि मांगे पूरे न होने तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।


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