खाली कराई गई भरवारी में कब्जे की जमीन
जासं, कौशांबी : चायल विधायक संजय गुप्ता के कार्यालय के बगल की जमीन पर भरवारी का एक व्यक्ति काबिज था।
जासं, कौशांबी : चायल विधायक संजय गुप्ता के कार्यालय के बगल की जमीन पर भरवारी का एक व्यक्ति काबिज था। अब उस जमीन को खाली करा लिया गया है। उस जमीन के असली मालिक से विधायक ने जमीन को खरीद लिया है। वहीं पहले से काबिज व्यक्ति ने विधायक पर उन्हें बेदखल करने का आरोप लगाया है।
भरवारी में हाईवे किनारे विधायक संजय गुप्ता का कार्यालय है। कार्यालय के बगल की जमीन पर भरवारी के अंकुर रस्तोगी काबिज थे। उन्हें उस पर बाउंड्री भी बना रखी थी। इस जमीन के पीछे बेरई पासी की साढ़े तीन बीघा जमीन थी। उस जमीन को विधायक संजय गुप्ता ने खरीद लिया। जब नाप कराई तो वह जमीन कम निकली। उन्होंने अंकुर रस्तोगी पर बेरई की जमीन कब्जाने का आरोप लगाया। फिर उन्होंने चायल तहसील में जमीन की पैमाइश के लिए मुकदमा दायर किया। जमीन का रिकार्ड देखने के बाद चायल तहसील की टीम ने पैमाइश की। पैमाइश के बाद नायब तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव ने बताया कि अंकुर की जमीन का आराजी नंबर 114 हाईवे से उत्तर दिशा में है। उनकी कुछ जमीन हाईवे में भी जा चुकी है। उनकी जमीन की बॉर्डर हाईवे का डिवाइडर है। हाईवे के दक्षिण दिशा में आराजी नंबर 117 बेरई पासी की जमीन थी। जिसे अब विधायक संजय गुप्ता ने लिखवा ली है। अगर वह हाईवे के दक्षिण दिशा में विधायक के कार्यालय के पास की जमीन पर काबिज थे तो वह गलत तरीके से थे। विधायक की शिकायत के बाद जांच करके उस जमीन से कब्जा हटवाया गया है।
बेदखल कर किया जा रहा है अन्याय
अंकुर ने कहा कि कई सालों से उस जमीन पर काबिज थे। जब विवाद होने लगा तो उन्होंने उसका स्टे भी ले लिया है। उन्हें बेदखल करके उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने इसकी शिकायत डीएम से की है। वह इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे। अंकुल रस्तोगी गलत तरीके से थे काबिज
दरअसल उनकी कुल जमीन 22 बिस्वा थी। उसमें 13 बिस्वा हाईवे और छह बिस्वा डीएफसी में जा चुकी है। बची तीन बिस्वा पर हाईवे उत्तर दिशा में काबिज है। हाईवे के दक्षिण दिशा में बेरई पासी की जमीन थी। जब यहां से हाईवे निकल रहा था तो इन लोगों ने जबरदस्ती जमीन कब्जा ली थी। हमने उसकी जमीन पर खरीद ली और फिर रिकार्ड देखने के बाद कब्जा खाली कराया गया है।
- संजय गुप्ता, विधायक