गरीबों को नहीं शौचालय और आवास योजना में ढिलाई
जासं, कौशांबी : नगर पंचायतों में आवास और शौचालय योजना का लाभ देने के लिए अफसर लापरवाही बरत रहे हैं।
जासं, कौशांबी : नगर पंचायतों में आवास और शौचालय योजना का लाभ देने के लिए अफसर लापरवाही बरत रहे हैं। यह योजना कई साल से चल रही है लेकिन अब तक सभी लाभार्थियों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। सबसे कम अपात्रों को मंझनपुर में लाभ मिला है। यहां पर ईओ और चेयरमैन के विवाद के चलते गरीबों को आवास और शौचालय नहीं मिला है। इनके विवाद के चलते डीएम ने कार्रवाई के लिए शासन को भी लिख दिया है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर शौचालय बनवाया जा रहा है। जिले में छह नगर पंचायत और एक नगर पालिका है। यहां पर गरीबों को शौचालय और आवास दिया जा रहा है। आवास के लिए 1.20 लाख रुपये और शौचालय के लिए 12 हजार रुपये लाभार्थियों को दिया जा रहा है। लेकिन मंझनपुर में चेयरमैन महताब आलम और ईओ अंकिता के बीच पिछले कई महीने से विवाद चल रहा है। इसलिए यहां के सभी लाभार्थियों को अब तक योजना का लाभ नहीं मिला है। वैसे यहां पर ईओ ने दावा किया है कि शौचालय के लिए 376 लोगों को और आवास के लिए 430 को धनराशि की पहली किश्त दी जा चुकी है। लेकिन अब तक लक्ष्य अब तक पूरा नहीं हो सका। नगर पंचायत करारी में 1007 शौचालय का लक्ष्य था। जिसमें से 700 बन गए और 307 पर कार्य चल रहा है। वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना का लक्ष्य 769 था और उसके सापेक्ष 526 को पहली किश्त दी गई और 243 को दूसरी किश्त दी जा चुकी हैं। अझुवा में 1530 शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया था। उसके सापेक्ष 1533 शौचालय बनाए गए। आवास योजना के तहत 589 में से 489 को इसका लाभ दिया जा चुका है। वहीं भरवारी में 210 गरीब परिवारों को आवास योजना का लाभ देना था, उसमें से अब तक 125 को इसका लाभ दिया गया। पिछले दिनों पांच सदस्यीय टीम ने पात्रों की जांच की तो 85 लोग अपात्र पाए गए थे। इसके अलावा शौचालय का लक्ष्य 942 के सापेक्ष 870 को धन दिया गया। नगर पंचायत चायल में 967 आवास लाभार्थी की सूची में जांच के बाद 226 अपात्र पाए गए हैं। 741 आवास लाभार्थी चे¨कग में पात्र पाए गए हैं। उसमें से 244 आवास लाभार्थियों को प्रथम किश्त दी जा चुकी है। इसी 244 आवास लाभर्थियों में से 99 लाभार्थियों को दूसरी किश्त की धनराशि उनके खाते में भेजी जा चुकी है। वहीं नगर पंचायत में 1200 शौचालय का लक्ष्य रखा गया था। जांच के बाद 68 लाभार्थी मृत या नगर पंचायत में मौजूद नहीं मिले है। बचे हुए पात्र 1132 शौचालय लाभार्थियों में 644 का शौचालय बनवा दिया गया। जबकि 400 शौचालय निर्माणाधीन है। अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार ¨सह ने बताया कि 88 लोग पैसा पाने के बाद भी शौचालय नहीं बनवा रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं नगर पंचायत सराय अकिल में 689 आवास लाभार्थी की सूची में जांच के बाद 104 अपात्र पाए गए हैं। फिर 583 पात्रों में से 348 लाभार्थियों की प्रथम किश्त दी जा चुकी है। वहीं 165 लाभार्थियों को दूसरी किश्त भी दी जा चुकी है। सराय अकिल में 1615 शौचालय का लक्ष्य रखा गया था। जांच के बाद पात्र मिले 1250 लाभार्थियों में 550 का शौचालय बना दिया गया। जबकि 400 शौचालय निर्माणाधीन है।