शंकरगढ़ में एटीएम काटने वाले कौशांबी के दो बदमाश गिरफ्तार
जासं प्रयागराज शंकरगढ़ के शिवराजपुर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम तोड़कर छह लाख उड़ाने वाले बदमाश गिरफ्तार हो गए हैं। क्राइम ब्रांच और शंकरगढ़ पुलिस ने मुठभेड़ में प्रदीप कश्यप व भैया लाल को दबोचा। उनके कब्जे से डेढ़ लाख रुपये कार व असलहा बरामद हुआ है।
जासं, प्रयागराज : शंकरगढ़ के शिवराजपुर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम तोड़कर छह लाख उड़ाने वाले बदमाश गिरफ्तार हो गए हैं। क्राइम ब्रांच और शंकरगढ़ पुलिस ने मुठभेड़ में प्रदीप कश्यप व भैया लाल को दबोचा। उनके कब्जे से डेढ़ लाख रुपये, कार व असलहा बरामद हुआ है।
अभियुक्त कौशांबी जिले के सरांय अकिल थाना क्षेत्र स्थित कटैया केवटान गांव के रहने वाले हैं। एसपी यमुनापार दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि 26 दिसंबर 2018 को शंकरगढ़ में वारदात के बाद इसी गैंग ने मम्फोर्डगंज में भी यूनियन बैंक के एटीएम से करीब 17 लाख रुपये चोरी किए थे। घटना में शामिल राजू, साजन व नीतेश को सीतापुर पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तारी पर एसएसपी ने थानाध्यक्ष शंकरगढ़ भुवनेश चौबे, क्राइम ब्रांच के एसआइ विजय विक्रम की टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। टप्पेबाजी गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, दो फरार
प्रयागराज : जिले में टप्पेबाजी करने वाले गैंग के तीन सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। कौशांबी के सराय अकिल थाना क्षेत्र के कटैया गांव के अशोक निषाद, श्रीनाथ व मऊआइमा के कमलेश कुमार को क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर धमेंद्र सिंह यादव व नैनी इंस्पेक्टर विनोद सिंह ने टीम के साथ गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से चोरी के 20 हजार रुपये, कार, 14 मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं। गैंग के सदस्य मऊआइमा का गिरधारी व प्रतापगढ़ के पितईपुरवा का राकेश उर्फ पप्पू अभी फरार हैं। उनकी तलाश चल रही है।
....
बिजली के बिल से चुराते थे आधार नंबर, दो गिरफ्तार
प्रयागराज : बिजली के बिल से आधार व मोबाइल नंबर चुराने के बाद खाते से रकम उड़ाने वाले दो साइबर शातिर कौंधियारा पुलिस के हत्थे चढ़ गए। कौंधियारा के भमोखर गांव के अजय कुमार चौधरी व जारी गांव के जय सिंह मौर्या को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से लैपटॉप, फिंगर डिवाइस बाइक व अन्य सामान बरामद हुआ है। एसएसपी ने बताया कि अजय चौधरी पहले ग्राहक सेवा केंद्र पर काम करता था। वहीं से उसने खाते से पैसा निकालने का तरीका सीखा। नौकरी छोड़ने के बाद बाइक से ग्रामीणों के घर पहुंचते। वहां खुद को एलएनटी कपनी का कर्मचारी बताकर आधार व मोबाइल नंबर लेते थे। बायोमीट्रिक मशीन में कनेक्शन धारक का अंगूठा लगवाते और फिर खाता खोलकर बैलेंस चेक करते। रकम होने पर उसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते थे।