Kaushambi News: बाजार में घुसा गोवंशों का झुंड, मची भगदड़; सब्जियां नष्ट होने से किसानों में पनपा रोष
बिजिया चौराहे में शनिवार को स्थानीय बाजार लगती है। यहां दोपहर में करीब 500 से अधिक मवेशियों को लेकर गांव के लोग आ गए। अचानक गोवंशों के बाजार में आने से भगदड़ मच गई। फुटपाथ में लगी सब्जियों को मवेशियों ने नष्ट कर दिया तो कई की सब्जियां कुचल दी।
बारा, जागरण टीम: बिजिया चौराहे में शनिवार को स्थानीय बाजार लगती है। यहां दोपहर में करीब 500 से अधिक मवेशियों को लेकर गांव के लोग आ गए। अचानक गोवंशों के बाजार में आने से भगदड़ मच गई। कुछ किसानों की फुटपाथ में लगी सब्जियों को मवेशियों ने नष्ट कर दिया तो कई की सब्जियां कुचल दी। बाजार में रहने वाले किसानों ने गोवंशों का झुंड देखा तो हांकने लगे। इधर-उधर भाग रहे मवेशियों के चलते जिन किसानों का नुकसान हुआ। वह दूसरे किसान से झगड़ा करने लगे। दोपहर से शुरू हुआ यह सिलसिला शाम करीब छह बजे तक चलता रहा।
किसान बेसहारा गोवंश से परेशान हैं। उनको किसी ने जानकारी दी कि बारा स्थित पानी टंकी के पास से गोवंश को गोशाला ले जाने वाले लोग आए हैं। इसकी जानकारी जैसे ही ग्रामीण क्षेत्र में फैली। दर्जनों की संख्या में किसान अपने-अपने खेतों से मवेशियों को हांककर लाने लगे। सभी मवेशी बाजार पहुंचे तो इनकी संख्या 500 के करीब पहुंच गई।
शनिवार को बिजिया चौराहे की स्थानीय बाजार थी। किसानों ने अपनी सब्जी व अन्य सामग्री सड़क पर लगा रखी थी। मवेशियों के आने से वहां भगदड़ मच गई। किसान अपनी सब्जी बचाने के लिए मवेशियों को हांकने लगे।
वहीं बाजार के किसानों को लगा कि मवेशी को यहां छोड़कर बाहर के लोग चले जाएंगे। वह भी लाठी-डंडा लेकर सड़क पर गए। इसके बाद वह गोवंशों को वापस करने लगे। भारी संख्या में रहे मवेशियों को वापस करने में भी अफरा तफरी का माहौल बना रहा। यह सिलसिला शाम करीब छह बजे तक चलता रहा। किसी न किसी गांव के लोग मवेशियों को लेकर आते रहे लेकिन वहां से मवेशी गोशाला नहीं पहुंच सके।
बेरौचा प्रधान ने गोशाला भेजा मवेशी
बेरोचा प्रधान ने पानी टंकी के पास रहे मवेशियों को गांव की गोशाला भेजा था। शनिवार की सुबह प्रधान के इस कदम की जानकारी लोगों को हुई तो वह भी अपने गांव में फसलों को नष्ट कराने वाले गोवंश को हांककर बाजार लाए, लेकिन मवेशियों की संख्या अधिक होने के कारण उनको गोशाला नहीं भेजा जा सका।
ग्रामीण क्षेत्रों में रार बढ़ा रहे बेसहारा गोवंश
किसान बेसहारा मवेशियों से परेशान हैं। इनको लेकर उन्हें कोई उपाय नहीं सूझ रहा है। जिला प्रशासन भले ही मवेशियों को गोशाला में रखे जाने का दावा कर रहा है, लेकिन किसान इस दावे को दरकिनार करते हैं। वह रात भर जागकर अपनी फसल की रखवाली कर रहे हैं। एक किसान अपने खेत से उसे दूसरी ओर करता है तो दूसरा किसान फिर मवेशी को वापस कर देता है। ऐसे में क्षेत्रीय किसानों में रार बढ़ रही है।