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कौशांबी में बांग्लादेशी की जमानत लेने से मददगार ने किया इन्कार

जासं, कौशांबी : जेल में बंद कथित राहुल के बांग्लादेशी होने की पुष्टि के बाद उसकी मदद के लिए आगे आए युवक ने जमानत लेने से इन्कार कर दिया। हत्या के मामले में बंदी रहे युवक ने कथित राहुल से 85 हजार रुपये का सौदा तय किया था लेकिन एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (एटीएस) की जांच में सच्चाई सामने आने पर जमानत लेने वाले युवक के होश उड़ गए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 11:16 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 11:16 PM (IST)
कौशांबी में बांग्लादेशी की जमानत लेने से मददगार ने किया इन्कार

जासं, कौशांबी : जेल में बंद कथित राहुल के बांग्लादेशी होने की पुष्टि के बाद उसकी मदद के लिए आगे आए युवक ने जमानत लेने से इन्कार कर दिया। हत्या के मामले में बंदी रहे युवक ने कथित राहुल से 85 हजार रुपये का सौदा तय किया था लेकिन एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (एटीएस) की जांच में सच्चाई सामने आने पर जमानत लेने वाले युवक के होश उड़ गए।

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पश्चिम शरीरा के परई उग्रसेनपुर गांव में दो माह पहले उदयराज के घर से राहुल राज नामक युवक को गिरफ्तार किया था। कई भाषाओं का ज्ञान रखने वाले युवक ने एटीएस व इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) के अधिकारियों को बताया कि वह जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल है। पुलिस ने कथित राहुल को फर्जी आधार कार्ड बनवाने में केस दर्ज कर जेल भेजा। जेल में राहुल की मुलाकात पश्चिम शरीरा के अमीना का पूरा गोराजू निवासी शंकरलाल से हुई। शंकरलाल हत्या मामले में बंद था। शंकरलाल की राहुल से दोस्ती हो गई। उसने अपना दुखड़ा सुनाया। दिसंबर में शंकरलाल जमानत पर छूट गया। इसके बाद उसने राहुल को रिहा कराने के लिए एक अधिवक्ता के माध्यम से जमानत प्रार्थना पत्र अदालत में दिया। अदालत की ओर से जब पश्चिम शरीरा पुलिस से कथित राहुल की आख्या रिपोर्ट मांगी तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। फिर खुफिया एजेंसी हरकत में आ गई। जमानत लेने वाले शंकरलाल की तलाश शुरू की गई। चार दिन पहले एटीएस ने जांच रिपोर्ट एसपी को सौंपते हुए बताया कि जेल में बंद संदिग्ध युवक भारत का नहीं है। बैकफुट हुए शंकरलाल ने थाने पहुंचकर थानाध्यक्ष से कहा कि उसे नहीं पता था कि कथित राहुल विदेशी है। अब वह जमानत नहीं लेगा। जेल में बंद कथित राहुल की जमानत के लिए आगे आए अमीना का पूरा गोराजू गांव के शंकरलाल को उसके विदेशी होने की जानकारी हुई तो उसने जमानत लेने से इन्कार कर दिया है। इसके पहले भी राहुल अपने स्तर से एक बार जमानत का प्रयास कर चुका है।

- संजय गुप्ता, थानाध्यक्ष पश्चिम शरीरा।


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