बचाना है जीवन तो हर हाल में करना होगा जल संरक्षित
जीवन के लिए जल की आवश्यकता है। बिन पानी जीवन संभव नहीं है। दुनिया के साथ देश में पानी की गंभीर समस्या आ गई है। यदि जल संरक्षण को लेकर ध्यान न दिया गया तो आने वाले समय में जीवन खतरे में पड़ जाएगा। ये बातें सोमवार को विकास खंड क्षेत्र सिराथू क्षेत्र के सयारा स्थित बाबू सिंह कॉलेज आफ फार्मेसी में प्रबंधक अनुज कुमार यादव ने कहीं।
संसू, सिराथू : जीवन के लिए जल की आवश्यकता है। बिन पानी जीवन संभव नहीं है। दुनिया के साथ देश में पानी की गंभीर समस्या आ गई है। यदि जल संरक्षण को लेकर ध्यान न दिया गया तो आने वाले समय में जीवन खतरे में पड़ जाएगा। ये बातें सोमवार को विकास खंड क्षेत्र सिराथू क्षेत्र के सयारा स्थित बाबू सिंह कॉलेज आफ फार्मेसी में प्रबंधक अनुज कुमार यादव ने कहीं।
उन्होंने विद्यार्थियों को पानी का महत्व बताते हुए। जल संरक्षण करने के प्रेरित किया। प्रधानाचार्य जितेंद्र सिंह परमार ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जल को देवता माना गया है। जल की स्तुति एवं वंदन किया जाता रहा है, लेकिन आज जल हमारी पहुंच से दूर होता जा रहा है। जलस्तर लगातर कम होता जा रहा है और प्रदूषित भी हो रहा है। भूगर्भ जल का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। नदी, पोखर, तालाब, कुएं सूखते जा रहे हैं। ग्लेशियर लगातार वार्मिंग से पिघलते जा रहे हैं। समुंद्र का जलस्तर भी प्रभावित हो रहा है। स्वच्छ जल को लेकर जो स्थिति आज हमारे सामने है, वास्तव में चिंतित करने वाली है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए हर व्यक्ति को पानी बचाना होगा। शिक्षक बीरेंद्र कुमार निर्मल ने जल पुरुष राजेंद्र सिंह की कहानी'रेगिस्तान को हरा भरा करने की जिद'सुनाई गई। शिक्षकों ने बताया कि यदि जल संरक्षण नहीं किया जाएगा तो आने वाले समय में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसलिए जल संचय करने के लिए हम सबको आगे आना पड़ेगा। सीनियर विद्यार्थियों ने अपने जूनियर विद्यार्थियों को जल संरक्षण करने की सीख दी। जल पुरुष राजेंद्र सिंह से जुड़े सवाल का जवाब विद्यार्थी प्रियंका देवी, निशा साहू, शांति द्विवेदी, ओम सिंह, आकांक्षा केसरवानी, मनीष कुमार सिंह, विवेक कुमार अजय कुमार निर्मल ने जवाब दिया।