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बागवानी व फूलों की खेती को मिलेगा अनुदान, बदलेगी किसानों की तकदीर

सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रयासरत है। उद्यान व कृषि विभाग की ओर फसल उत्पादन बढा़ने के साथ बागवानी को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस वित्तीय वर्ष में उद्यान विभाग की ओर से केला पपीता अमरूद आम व लीची की बागवानी व फूलों की खेती लगभग 500 हेक्टेयर भूमि पर कराई जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 12:09 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 12:09 AM (IST)
बागवानी व फूलों की खेती को मिलेगा अनुदान, बदलेगी किसानों की तकदीर

कौशांबी। सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रयासरत है। उद्यान व कृषि विभाग की ओर फसल उत्पादन बढा़ने के साथ बागवानी को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस वित्तीय वर्ष में उद्यान विभाग की ओर से केला, पपीता, अमरूद आम व लीची की बागवानी व फूलों की खेती लगभग 500 हेक्टेयर भूमि पर कराई जाएगी। शासन के निर्देश पर उद्यान विभाग किसानों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दिया है। चयनित किसानों को उद्यान विभाग किसानों को अनुदान भी दिया जाएगा।

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जिला औद्यानिक मिशन योजना के तहत सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए फूलों की व्यावसायिक खेती व बागवानी के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। योजना के तहत जिले में फूलों की खेती व बागवानी के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जिला उद्यान अधिकारी सुरेन्द्र राम भास्कर ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में 200 हेक्टेयर में टिश्यूकल्चर केला पौधरोपण, तीन हेक्टेयर में पपीता की बागवानी, 23 हेक्टेयर अमरूदन रोपण, 11 हेक्टेयर में आम, तीन हेक्टेयर में लीची, 13 हेक्टेयर में औरेंज, 110 हेक्टेयर में हाईब्रिड सब्जी की खेती, 16 हेक्टेयर में फूलों की खेती कराई जाएगी। किसानों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चयन किसानों को विभाग की ओर से बागवानी व फूलों की खेती के लिए अनुदान भी दिया जाएगा। कहा कि किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र में बदलाव किया जा रहा है। नई तकनीकी से खेती करने के लिए किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि व उद्यान विभाग की ओर गोष्ठी का आयोजन भी समय-समय पर कराया जाता है, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है। नए तरीके से खेती व बागवानी कर किसान अपनी आर्थिक स्थित में बदलाव ला सकेंगे।


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