होली का जश्न आज, पिचकारियों से बरसेगा रंग
जासं कौशांबी फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला होली रंगबिरंगा त्योहार है जहां सभी समुदाय के लोग उत्साह के साथ एक -दूसरे को रंग लगाकर भाई-चारे का संदेश देते हैं। लोग गिले-शिकवे भूलकर दुश्मनों को भी गले लगाते हैं। बच्चे और युवा रंगों से उत्साह के साथ खेलते हैं।
जासं, कौशांबी : फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला होली रंगबिरंगा त्योहार है, जहां सभी समुदाय के लोग उत्साह के साथ एक -दूसरे को रंग लगाकर भाई-चारे का संदेश देते हैं। लोग गिले-शिकवे भूलकर दुश्मनों को भी गले लगाते हैं। बच्चे और युवा रंगों से उत्साह के साथ खेलते हैं।
होली पर्व को लेकर चारों ओर धूम मची है। पर्व को आकर्षक ढंग से मनाने के लिए गांव, कस्बों में तैयारियां पूरी हो गई हैं। गुझिया व अन्य पकवान भी बनाए गए हैं। खरीदारी करने के लिए को पूरे दिन बाजार में भीड़ रही। रंग व पिचकारी की लोगों ने खरीदारी की। बच्चे व युवा पिचकारी से रंगों की फुहार बरसाएंगे। साथ ही एक-दूसरे को लाल-गुलाल लगाकर होली की बधाई देंगे। रंगों का पर्व होली के मद्देनजर महिलाओं ने गुझिया, पापड़, मिठाई आदि बनाई है। बुधवार को होली त्योहार के मद्देनजर जिले के सभी बाजार में दुकानें सजी है। स्थानीय लोगों ने जमकर खरीदारी भी की। होली रंग लोगों में चढ़ गया है। गांवों में लोग होली गीत गा रहे हैं। रामजानकी मंदिर से होगी फाग की शुरुआत
संसू करारी : नगर पंचायत करारी में होली को आकर्षक तरीके से मनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। नगर पंचायत कार्यालय के सामने होली खेली जाएगी। रमेश चंद्र ने बताया कि कस्बे में दो टोलियों में होली खेली जाएगी। अशोक नगर मुहल्ले में स्थित रामजानकी मंदिर से फाग की शुरुआत होगी। इसके बाद वहां पर उपस्थित लोग टोली बनाकर बाराह दुआरी में जाएंगे। वहां पर दूसरे टोली में मौजूद लोगों के साथ होली खेली जाएगी। इसमें लाल-गुलाल उड़ाया जाएगा। धुरेड़ी के एक रात पहले इसीलिए जलाई जाती है होली
होली के संबंध में ऐसे तो कई दंत किदवंतियां हैं। इसके पीछे एक लोकप्रिय कथा है। भक्त प्रह्लाद के पिता हरिण्यकश्यप स्वयं को भगवान मानते थे। जहां प्रह्लाद विष्णु भक्त तो पिता विष्णु के विरोधी थे। उन्होंने प्रह्लाद को विष्णु भक्ति करने से रोका जब वह नहीं माने तो उन्होंने प्रह्लाद को मारने का प्रयास किया। प्रह्लाद के पिता ने बहन होलिका से मदद मागी। होलिका को आग में न जलने का वरदान प्राप्त था। होलिका प्रह्लाद को लेकर चिता में जा बैठी परन्तु विष्णु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका जल कर भस्म हो गई। बच्चों ने विद्यालय में मनाई होली, एक दूसरे को दी बधाई
जासं, कौशांबी : एसपी मौर्य उमा विद्यालय आलमचंद में बुधवार को होली का कार्यक्रम आयोजित हुआ। बच्चों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी। चेयरमैन संदीप कुमार मौर्य ने बच्चों व स्टाफ को होली की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इसके साथ ही इस पर्व पर आपसी सौहार्द भी बढ़ता है।
प्रधानाचार्य महेश कुमार ने बताया कि फाल्गुन के महीने में पूर्णिमा को होली का पर्व मनाया जाता है। पूर्णिमा की रात होलिका दहन और उसके बाद रंगों की होली मनाई जाती है। उन्होंने बच्चों को बताया कि होली के दौरान किसी को रंग लगाने के लिए परेशान न करें। केमिकल युक्त रंग के स्थान पर हर्बल रंग बेहतर होते हैं। इससे न तो शरीर को नुकसान होता है और न ही किसी को रंगों को लेकर किसी प्रकार की कोई समस्या ही भविष्य में होती है। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर पर्व मनाया। साथ ही शिक्षकों व बच्चों ने एक दूसरे को बधाई दी। इस मौके पर प्रमोद कुमार, श्यामबाबू, नीरज मौर्य, मनोज कुमार, ज्योति सैनी, फरहाना बीबी, वर्षा साहू, आराधना यादव, गीता देवी, दिव्या मिश्रा, ममता मिश्रा आदि मौजूद रहीं।