हाथ पीले होंगे गरीबों की बेटियों के भी, सामूहिक विवाह में पूरे होंगे पिता के अरमान
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को गति देने के लिए जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से अब तक वैवाहिक कार्यक्रम में रोक थी। अब योजना के तहत लाभार्थियों का चयन करने के करने का निर्देश शासन की ओर से दिया गया है। इसके मद्देनजर सामूहिक विवाह आयोजन की तैयारी करें। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी व खंड विकास अधिकारियों को निर्देश को निर्देश दिया कि जोड़ों का चयन कर उसकी सूची एवं अभिलेख जिला समाज कल्याण अधिकारी को उपलब्ध कराएं।
कौशांबी : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को गति देने के लिए जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से अब तक वैवाहिक कार्यक्रम में रोक थी। अब योजना के तहत लाभार्थियों का चयन करने के करने का निर्देश शासन की ओर से दिया गया है। इसके मद्देनजर सामूहिक विवाह आयोजन की तैयारी करें। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी व खंड विकास अधिकारियों को निर्देश को निर्देश दिया कि जोड़ों का चयन कर उसकी सूची एवं अभिलेख जिला समाज कल्याण अधिकारी को उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के जरूरतमंद निराश्रित, निर्धन परिवारों की विवाह योग्य कन्या, विधवा परित्येक्ता, तलाकशुदा महिलाओं के लिए जल्द ही सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। शादी के समय लड़की की आयु 18 वर्ष व उससे अधिक होनी 21 वर्ष की होनी चाहिए। एक जोड़े पर कुल 51000 खर्च होगा। इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार विभागीय अधिकारी कराएं। बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी, सुधीर कुमार, तीनों एसडीएम सभी खंड विकास अधिकारी व ईओ मौजूद रहे।