दारानगर में हुआ 239वां कुप्पी युद्ध
संसू, कड़ा : दारानगर के ऐतिहासिक रामलीला व दशहरा में शुक्रवार को विजय दशमी के दिन से दो दिवसीय कुप्पी युद्ध का शुभारंभ हुआ जो एकादशी को समाप्त हुआ। युद्ध देखने को अन्य सूबों से लोग पहुंचे।
संसू, कड़ा : दारानगर के ऐतिहासिक रामलीला व दशहरा में विजय दशमी व एकादशी को हुए कुप्पी युद्ध को देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। इसमें न सिर्फ आसपास के जनपद के लोग शामिल हुए बल्कि अन्य सूबों से लोग यहां इसे देखने के लिए पहुंचे। शुक्रवार को विजय दशमी के दिन से दो दिवसीय कुप्पी युद्ध का शुभारंभ हुआ जो एकादशी को समाप्त हुआ।
राम दल की सेना ने भगवा तो रावण दल की सेना ने काले वस्त्र धारण कर रणभूमि में उतरे। युद्ध के प्रथम चक्र में दोनों सेनाओं ने एक दूसरे पर वार किए। यह प्रत्येक चक्र का युद्ध 10 मिनट तक चलता रहा। युद्ध का विराम पुन: सीटी बजने पर हुआ। प्रथम दिन शुक्रवार को चार चक्रों में सूर्यास्त से पहले युद्ध सम्पन्न हुआ। लक्ष्मण मेघनाथ के युद्ध में लक्ष्मण ने मेघनाथ पर धनुष बाण से प्रहार किया। एकादशी के दिन प्रथम चक्र के युद्ध के बाद लक्ष्मण को मेघनाथ शक्ति लग जाती है जिससे वह मूर्छित हो गए। ¨चतित राम दल के कहने पर सुखेंद्र वैद्य संजीवनी बूटी लाने के लिए कहा। हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर लौटते हैं जिसके खाते ही लक्ष्मण होश में आते हैं। जिसके बाद द्वितीय चक्र के युद्ध में लक्ष्मण मेघनाथ का वध कर देते हैं। फिर तीसरे चक्र का युद्ध सम्पन्न हुआ। दो दिनों में सात चरणों में कुप्पी युद्ध हुआ। युद्ध में राम की सेना रावण दल को पराजित किया। सांसद विनोद कुमार सोनकर, सिराथू विधायक शीतला प्रसाद पटेल, मंझनपुर विधायक लाल बहादुर चौधरी, मेला कमेटी के जिलाध्यक्ष अद्यया प्रसाद पांडेय, योगेंद्र मिश्र, मूल प्रकाश त्रिपाठी, चंद्र नंदन साहू, बोलीदीन सतोष पासी, पंकज केसरवानी आदि मौजूद रहे। तीतर की लड़ाई देखने के लिए भी जुटे लोग
दारानगर के ऐतिहासिक दशहरा मेले में तीतर की लड़ाई देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ जुटी रही। रणभूमि से 500 मीटर दूरी पर स्थित महुआ के बाग में सैकड़ों लोगों ने अपने-अपने तीतर पर दांव आजमाया। इसमें जनपद सहित पड़ोसी जनपद फतेहुपर व प्रतापगढ़ से भी लोग अपने-अपने पक्षी लेकर आए। जिसकी भी लोगों ने खूब चर्चा की।