जिला कृषि अधिकारी को चार प्रभार, कार्य प्रभावित
जासं, कौशांबी : कृषि विभाग में तैनात चार अधिकारियों का तबादला गैर जनपद के लिए महीनों पहले कर दिया है। तभी से दूसरे अधिकारियों की तैनाती नहीं की गई। रिक्त पदों का प्रभार जिला कृषि अधिकारी को सौंपा गया। लेकिन इनका किसी पद का काम नहीं दिख रहा है। अक्सर दफ्तर से नदारद ही रहते हैं। इसके अलावा कृषि उप निदेशक कार्यालय में लिपिकों की कमी है, जिसकी वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है।
जासं, कौशांबी : कृषि विभाग में तैनात चार अधिकारियों का तबादला गैर जनपद के लिए महीनों पहले कर दिया है। तभी से दूसरे अधिकारियों की तैनाती नहीं की गई। रिक्त पदों का प्रभार जिला कृषि अधिकारी को सौंपा गया। लेकिन इनका किसी पद का काम नहीं दिख रहा है। अक्सर दफ्तर से नदारद ही रहते हैं। इसके अलावा कृषि उप निदेशक कार्यालय में लिपिकों की कमी है, जिसकी वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है।
कृषि उत्पादन को बढ़ाकर किसानों की आय को दो गुना करने के लिए भले की सरकार प्रयासरत है। इसके लिए जिला प्रशासन व कृषि विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी जारी किया गया है, लेकिन यहां पर कृषि विभाग में अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी है। इससे कृषि संबंधित कार्य प्रभावित हो रहा है। चार महीने पूर्व कृषि विभाग के चार अधिकारियों का तबादला गैर जपनद के लिए कर दिया गया था। इसमें उप संभागीय अधिकारी चायल, सिराथू, मंझनपुर व जिला कृषि रक्षा अधिकारी कौशांबी शामिल है। अब तक संबंधित अधिकारियों की तैनाती शासन स्तर से नहीं की गई है। इन सभी पदों का प्रभार जिला कृषि अधिकारी अभयराज ¨सह को दिया गया है। ऐसे में वह किसी पद का काम समुचित नहीं कर पा रहे हैं। अक्सर वह अपने कार्यालय और जिला स्तरीय बैठकों से नदारद रहते हैं। पिछले महीने ऋणमाफी की बैठक न आने पर डीएम ने उनका वेतन भी रोक दिया गया था। इसी प्रकार कृषि उप निदेशक कार्यालय में आशुलिपिक व तीन कनिष्ठ सहायकों का पद खाली चल रहा है। इन सभी लिपिकों का कार्य एक कनिष्ठ सहायक लिपिक कर रहा है। किसानों को जागरूक करने के लिए संगोष्ठी का आयोजन इन दिनों नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से किसान तकनीकी खेती से दूर हो रहे हैं। यदि यही हाल रहा तो फसल उत्पादन नहीं बढ़ेगा। साथ ही शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है।