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खड़ंजा की ईट गायब, बस्ती में गंदगी का अंबार

संसू, चायल : कस्बे को विकसित करने के लिए सरकार भले ही तमाम योजनाएं चला रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी, आवास, नाली, खडंजा के नाम हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन नगर पंचायत चायल के वार्ड दो नईम मियां का पूरा में मूलभूत सुविधाएं नदारत हैं। जहां खड़ंजा की ईट गायब हो गई हैं तो वहीं बस्ती में गंदगी का अंबार लगा है। लोगों ने कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की थी परंतु निस्तारण नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 09:40 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 09:40 PM (IST)
खड़ंजा की ईट गायब, बस्ती में गंदगी का अंबार
खड़ंजा की ईट गायब, बस्ती में गंदगी का अंबार

संसू, चायल : कस्बे को विकसित करने के लिए सरकार भले ही तमाम योजनाएं चला रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी, आवास, नाली, खडंजा के नाम हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन नगर पंचायत चायल के वार्ड दो नईम मियां का पूरा में मूलभूत सुविधाएं नदारत हैं। जहां खड़ंजा की ईट गायब हो गई हैं तो वहीं बस्ती में गंदगी का अंबार लगा है। लोगों ने कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की थी परंतु निस्तारण नहीं हुआ।

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दैनिक जागरण टीम साप्ताहिक कार्यक्रम जागरण आपके द्वार के तहत रविवार को नईम ¨मया का पूरा पहुंची तो वहां के गड्ढे युक्त रास्ते, बिगड़े हैंडपंप व झोपड़ी विकास कार्यों की पोल खोल रहे थे। कस्बे के मुख्य मार्ग से फतेहपुर-सहावपुर को जाने वाले वार्ड की गलियों में दो दशक पूर्व लगा खडंजा गड्ढे में तब्दील दिख। नालियों में गंदगी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना से विद्युतीकरण कराया लेकिन कई खंभों में लाइट नहीं लगी। आठ माह से आधा दर्जन खराब हैंडपंप में बकरियां बांध रहे हैं। हैंडपंप के लिए चेयरमैन से कहने के बाद भी नहीं बनवाया गया।

इतिहास : सात दशक पूर्व स्थानीय कस्बा निवासी नईम मियां ने गांव बसाया था। इससे गांव का नाम नईम मियां का पूरा पड़ा। 1975 में चायल नपं का दर्जा मिलने पर यह कस्बे से जुड़ गया। 1988 के पहली बार चुनाव में रामआसरे सोनकर वार्ड के सभासद निर्वाचित हुए।

विशेषता : नईम मियां का पूरा वार्ड में दशकों पूर्व तहसील कार्यालय बनाया गया है। यहां पर सैकड़ों लोगों का आना-जाना लगा रहता है। तहसील कार्यालय इस वार्ड की विशेष पहचान है। भूमि संबंधित विवादों को लेकर लोग एसडीएम व तहसीलदार से शिकायत भी दर्ज कराते हैं। टॉप टेन समस्याएं

- हैंडपंपों में बांधी जा रही बकरियां, हैंडपंप खराब होने से पानी की किल्लत, दूषित पानी के भराव से फैल रही बीमारी, टूटी पाइप लाइन से की जाती है जलापूíत, प्राथमिक विद्यालय न होने से घूम रहे बच्चे, नालियों की नहीं कराई जा रही सफाई, कूड़ा उठाने के लिए कोई इंतजाम नहीं, खस्ताहाल सड़कों की नहीं कराई मरम्मत, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला, शौचालय के लिए नहीं मिला है पूरा पैसा - चायल के वार्ड दो नईम मियां का पूरा की सभासद का दिया गया प्रस्ताव सड़क, नाली, इंटरलॉ¨कग व पेयजल पास हो चुका है। धन मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सर्वे कराया जा रहा है। छूटे पात्र व्यक्तियों को भी आवास की सुविधा दिलाई जाएगी।

- दिनेश कुमार, ईओ चायल।


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