बजट के अभाव में नहीं बना पीपे का पुल, जोखिम में जान
विकास खंड नेवादा के नंदा का पुरवा गांव के यमुना घाट पर बनने वाले पीपापुल की धनराशि शासन से अब तक अवमुक्त नहीं की गई है। पीपापुल निर्माण में देरी हो रही है जिससे कौशांबी प्रयागराज एवं मध्य प्रदेश आने जाने वाले व्यापारी कर्मचारी आदि लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे यमुना के पार उतरना पड़ता है।
संसू, पुरखास : विकास खंड नेवादा के नंदा का पुरवा गांव के यमुना घाट पर बनने वाले पीपापुल की धनराशि शासन से अब तक अवमुक्त नहीं की गई है। पीपापुल निर्माण में देरी हो रही है जिससे कौशांबी, प्रयागराज एवं मध्य प्रदेश आने जाने वाले व्यापारी, कर्मचारी आदि लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे यमुना के पार उतरना पड़ता है।
नंदा का पुरवा गांव में बारिश समाप्त होने के बाद यमुना का जलस्तर घटने के बाद पीपा पुल निर्माण के लिए शासन से लगभग 16 लाख रुपये धन अवमुक्त किए जाते हैं। लोक निर्माण विभाग ने निविदा तो निकाल दिया लेकिन पुल निर्माण के लिए ठेका अभी तक नहीं हो सका है। पुल निर्माण के लिए ठेकेदार को दिए गए 15 दिन की समयावधि मे रोड की स्लोपिग, चकर प्लेट बिछाने सहित पीपे को रस्सी से बांधना, पीपे पर स्लीपर डालने के बाद पटरा आदि बिछाने का काम कैसे पूरा होगा। अमिलियन मेले पर प्रशासन को बरतनी पड़ेगी विशेष चौकसी
प्रयागराज के अमिलियन गांव स्थित मसुरिया धाम में 21 नवंबर से शुरू हो रहे ऐतिहासिक मेले व 27 नवंबर से पांच दिवसीय तिल्हापुर गांव का मेला में इसी पीपे के पुल से हजारों लोगों का आना जाना होता है। अमिलियन मेला में फतेहपुर, कौशांबी समेत पूरे जिले से अधिकतर श्रद्धालु इसी पुल से यमुना नदी पार करते हैं। पीपा पुल निर्माण न होने से इस बार के मेले पर प्रशासन को स्टीमर, नाव आदि से पार उतरने वाले सेवढ़ा, औधन, ब्यूर, तिल्हापुर महरनिया, उमरवल, मल्हीपुर आदि घाटों पर विशेष चौकसी बरतनी पड़ेगी। -एक स्टीमर के सहारे नहीं पहुंच पाएंगे श्रद्धालु
पीपा पुल निर्माण होने न होने से इस समय सवारियों को यमुना नदी से पार उतारने के लिए लोकनिर्माण विभाग की तरफ से नंदा का पुरवा घाट पर एक स्टीमर संचालित हो रही है। मेला अवसर पर उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ एक अकेले स्टीमर से यमुना नदी पार नही कर पाएंगे। इसके लिए प्रशासन को अलग से व्यवस्था करनी पड़ेगी।