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टीम को नहीं दिए दस्तावेज, एफआइआर का निर्देश

सिराथू ब्लाक क्षेत्र के बारातफारीक गांव में आवास वितरण व 14वें वित्त में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत हुई थी। इसको लेकर डीपीआरओ ने जांच का निर्देश दिया लेकिन जांच के लिए गांव पहुंचे अधिकारियों को सचिव ने कोई दस्तावेज नहीं दिए। इससे अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी। डीपीआरओ ने सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने का निर्देश दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 11:47 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 11:47 PM (IST)
टीम को नहीं दिए दस्तावेज, एफआइआर का निर्देश

जासं, कौशांबी : सिराथू ब्लाक क्षेत्र के बारातफारीक गांव में आवास वितरण व 14वें वित्त में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत हुई थी। इसको लेकर डीपीआरओ ने जांच का निर्देश दिया, लेकिन जांच के लिए गांव पहुंचे अधिकारियों को सचिव ने कोई दस्तावेज नहीं दिए। इससे अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी। डीपीआरओ ने सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने का निर्देश दिया है।

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बारातफारीक गांव में आवास वितरण को लेकर गड़बड़ी की गई है। ऐसे लोगों को आवास योजना का लाभ दे दिया गया जो योजना के लिए पात्र ही नहीं है। इसी प्रकार 14 वें वित्त से कराए गए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता भी सही नहीं है। इससे खर्च हुई धनराशि का सही प्रयोग न होने से गांव के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। गांव के हुबलाल ने आइजीआरएस में इसकी शिकायत की थी। करीब छह माह पहले शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ ने एडीओ पंचायत सिराथू अरविद पटेल को जांच का निर्देश दिया। वह जांच के लिए गांव पहुंचे, लेकिन सचिव ने उन्हें गांव में हुए विकास कार्यों से जुड़ा कोई दस्तावेज नहीं सौंपा। इस पर एडीओ पंचायत ने डीपीआरओ समेत सीडीओ व डीएम को सचिव पुनीत सिंह द्वारा जांच में सहयोग न करने और दस्तावेज उपलब्ध न किए जाने की शिकायत कर दी। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ गोपाल जी ओझा ने सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने का निर्देश एडीओ पंचायत को दिया। बार-बार रिमाइंडर के बाद भी नहीं दिए थे दस्तावेज

एडीओ पंचायत अरविद पटेल ने बताया कि उन्होंने सचिव पुनीत सिंह से गांव से जुड़े दस्तावेज दिए जाने के लिए करीब आधा दर्जन बार रिमाइंडर दिया गया, लेकिन उन्होंने एक भी दस्तावेज नहीं दिया जिससे जांच नहीं हो सकी। पूर्व सचिव पर भी लगाया आरोप

सचिव पुनीत सिंह पर जब अधिकारियों ने दस्तावेज देने का दबाव बनाया तो उन्होंने तो एक बार अधिकारियों को यह कहते हुए पत्र दे दिया कि पूर्व में तैनात रहे सचिव प्रेमनारायण ने उन्हें कोई दस्तावेज नहीं दिया। प्रेमनारायण इन दिनों एडीओ पंचायत कौशांबी के पद पर तैनात है, जब उन्हें इस संबंध में पत्र दिया गया तो उन्होंने चार्ज लिस्ट अधिकारियों को भेजकर चार्ज ने की पुष्टि कर दी। इसके बाद डीपीआरओ ने अब कठोर कदम उठाया है। इस संबंध में पुनीत सिंह से पूछा गया तो उन्होंने एडीओ पंचायत को जांच से जुड़े दस्तावेज देने की बात कही है।


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