डीएम और एसपी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लिया जायजा
जासं, कौशांबी : पहाड़ों पर बारिश के चलते गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ा है। लेकिन दोनों नदियां खतरे के निशान तक नहीं पहुंची। गुरुवार को गंगा में बाढ़ का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने तहसील सिराथू के हिसामपुर परसखी गांव पहुंचे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को सूची में शामिल करते हुए उनको आवास उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है।
जासं, कौशांबी : पहाड़ों पर बारिश के चलते गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ा है लेकिन दोनों नदियां खतरे के निशान तक नहीं पहुंची। गुरुवार को गंगा में बाढ़ का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने तहसील सिराथू के हिसामपुर परसखी गांव पहुंचे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को सूची में शामिल करते हुए उनको आवास उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी सिराथू ज्योति मौर्य और पुलिस क्षेत्राधिकारी सिराथू को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरन्तर भ्रमण करते रहने तथा सक्रिय रहने निर्देश दिया है। साथ ही साथ बनायी गयी बाढ़ चौकी पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि यहां पर नाव तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थायें तैयार रहे। जिससे विपरीत परिस्थितयों से निपटा जा सके। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा बाढ़ चौकी पर दवाओं की उपलब्धता सहित अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थायें रखने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पशुओं के चारे की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता बनाए रखने का निर्देश दिया हैं।
अधिशासी अभियंता ¨सचाई को बाढ़ के मद्देनजर गांव में जल निकासी एवं अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थायें करने के निर्देश दिये है। जिला पूर्ति अधिकारी को खाद्यान की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के लिए कहा है। यहां पर प्राथमिक विद्यालय सरहर को बाढ़ चौकी के रूप में बनाया गया है। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को कहा है कि जो भी लोग बाढ़ से प्रभावित हों उनको बनायी गयी बाढ़ चौकी में ठहरने की व्यवस्था करें। सुखऊ के पूरा गांव के करीब पहुंचा गंगा का पानी
संसू, सिराथू : गंगा का लगातार बढ़ रहे जल स्तर को लेकर तराई क्षेत्र के लोग काफी चिंतित हैं। यदि यही सिलसिला जारी रहा तो निचली क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में पानी घुस सकता है। बाढ़ से बचाव को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। डीएम के निर्देश पर कई अधिकारी कछारी क्षेत्र के कई गांव का भ्रमण का वहां की स्थित का जायजा लिया। बढ़ रहे पानी को लेकर क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं।
प्रतिदिन जल स्तर बढ़ने से गंगा के किनारे बसे गांव के लोग काफी परेशान हैं। ग्राम पंचायत सुखऊपुर के करीब पानी पहुंचने वाला है। बाढ़ का पानी कछार में पहुंच गया है। इससे हजारों बीघे फसल जलमग्न हो गई हैं। बारिश की वजह से कई लोगों का घर भी गिर गया है। बेघर हुए लोग मवेशियों के साथ बाहर निकलने लगे हैं। सुखऊ का पूरा के लिए तहसील प्रशासन ने विशेष व्यवस्था कर रखी है। इसके अलावा अकबरपुर, रामपुर बढ़नावां, जहांगीराबाद, हिसामपुर परसखी आदि गांव में पानी पहुंचने की आशंका है। गंगा के बढ़ रहे जल स्तर को लेकर संबंधित गांव के लोग काफी परेशान हैं। ग्रामीणों ने सिराथू एसडीएम ज्याति मौर्या से मिलाकर गंगा के बढ़ रहे स्तर की जानकारी दिया। जानकारी होने के बाद एसडीएम ने राजस्व कर्मियों को संबंधित गांवों में पहुंच कर गांव के स्थित पर रिपोर्ट तैयार करने व गंगा के बढ़ रहे जल स्तर पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
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यमुना का घटा जलस्तर, लोगों ने ली राहत की सांस
यमुना नदी का जल स्तर गुरुवार को घट गया है। इससे पिपरहटा, मल्हीपुर, व नंदा का पुरवा गांव के लोगों ने राहत की सांस लिया है। हलाकि यमुना तराई क्षेत्र के किसी भी गांव में पानी नहीं घुसा लेकिन यमुना नदी में बढ़ रहे जल स्तर को लेकर लोग परेशान थे। डीएम के निर्देश पर गुरुवार को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी बीडी पाठक ने महेवाघाट पहुंचकर यमुना नदी के जल स्तर की जांच किया। उन्होंने बताया कि यमुना का पानी एक मीटर घट गया है। राजस्व विभाग के कर्मचारी अब भी यमुना तराई क्षेत्र के गांवों में नजर बनाए हुए हैं। बारिश से गिरा मकान
संसू, पुरखास: नेवादा विकास खंड के भगवानपुर गांव निवासी शिवालाल का जर्जर कच्चा मकान में अपने परिवार के सदस्यों के साथ जीवन यापन कर रहा था। बारिश के चलते बुधवार की रात उसका कच्चा घर गिर गया। घर गिरने के बाद परिवार के सदस्य तो बचकर बाहर निकल गए, लेकिन गृहस्थी का सामान मलबे मे दब गया। पीड़ित ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी है।