कौशांबी में डेंगू से छात्र की मौत, सौ से अधिक बीमार
डेंगू जिले में कहर बरपाने लगा है। नगर पंचायत क्षेत्र सरायअकिल के अलावा दो अन्य गांवों में बीमारी से कई लोग पीड़ित हैं। मंगलवार को सरायअकिल कस्बे के बुद्धपुरी मोहल्ले निवासी एक छात्र की प्रयागराज में मौत हो गई। इससे पहले पीएचसी मूरतगंज के सार्वाकाजी गांव में दो लोगों की मौत हो चुकी है। वहां अब भी 100 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित है।
जागरण टीम, कौशांबी : डेंगू जिले में कहर बरपाने लगा है। नगर पंचायत क्षेत्र सरायअकिल के अलावा दो अन्य गांवों में बीमारी से कई लोग पीड़ित हैं। मंगलवार को सरायअकिल कस्बे के बुद्धपुरी मोहल्ले निवासी एक छात्र की प्रयागराज में मौत हो गई। इससे पहले पीएचसी मूरतगंज के सार्वाकाजी गांव में दो लोगों की मौत हो चुकी है। वहां अब भी 100 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित है।
नगर पंचायत सरायअकिल में बुद्धवपुरी मोहल्ला निवासी शुभ (12) पुत्र विनोद कुमार जायसवाल कक्षा तीन का छात्र था। एक सप्ताह पहले वह बुखार की चपेट में आया। स्वजन उसका इलाज स्थानीय डाक्टर से करा रहे थे। हालत नहीं सुधरी तो शुभ को प्रयागराज स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। इलाज के दौरान मंगलवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। कस्बे के कई लोग बुखार से पीड़ित हैं। मूरतगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सार्वाकाजी गांव में पांच दिन पूर्व डेंगू की वजह से दो लोगों की मौत हुई थी। गांव में कई लोग पीड़ित हैं। मंगलवार को प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में शिविर लगाया गया। चिकित्सकों का कहना है कि गांव में 250 से अधिक लोगों की जांच की गई है, इनमें एक में डेंगू की पुष्टि हुई है। सोमवार को 10 लोगों की हालत और गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। मंगलवार को सुनीता देवी पत्नी अरविंद की जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। उसे प्रयागराज स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जिले में बुखार ने उड़ाई नींद, डेंगू बना खौफ : जानलेवा बुखार डेंगू से हो रही मौतों ने जिले में लोगों की नींद उड़ा दी है। सप्ताह भर में तीन लोगों की जान जाने से दहशत बढ़ गई है। मंगलवार को अस्पताल बुखार पीड़ितों से अटे नजर आए। सीएमओ ने बुखार से दो लोगों के मरने की पुष्टि की है।
मूरतगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सार्वाकाजी गांव निवासी अंशिका देवी पुत्री ज्ञान सिंह शिखा पुत्री शिव बचन, निशा पुत्री शिव बचन , शालनी पुत्री कमलेश, सत्यम पुत्र ईश्वर चंद, बिपिन पुत्र बिनोद, प्रभात पुत्र पारसनाथ का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। भीटी गांव के कपिल पुत्र मूलचंद व कांस्टेबल धीरेंद्र कुमार पुत्र विश्वनाथ भी बुखार से जब पस्त पड़े तो उन्हें प्रयागराज की एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां जांच में चिकित्सकों ने डेंगू की पुष्टि की है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीएन चतुर्वेदी का कहना है कि पीएचसी मूरतगंज से सम्बृद्ध सार्वाकाजी गांव में दो लोगों की मौत बुखार से हुई है, वहां कई लोग बीमार हैं। बीमार लोगों का इलाज करने के लिए चार दिनों से स्वास्थ्य कर्मियों की टीम गांव जा रही है। सीएमओ के मुताबिक सरायअकिल में बीमारी फैलने की जानकारी नहीं है। यदि डेंगू से मौत हुई है तो वहां भी जांच के लिए टीम भेजी जाएगी। बीमारी से पीड़ित लोगों का उपचार भी कराया जाएगा।