वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुकुट पूजा, आज होगी नारद जन्म की लीला
291 वर्ष पुराने रामलीला महोत्सव के शुभारंभ से पूर्व रामलीला कमेटी के सदस्यों ने मुकुट पूजा किया। गुरुवार रात आचार्य शिव स्वरूप गौड़ ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन व आरती कराई। इसके बाद प्रसाद का वितरण किया गया।
करारी : 291 वर्ष पुराने रामलीला महोत्सव के शुभारंभ से पूर्व रामलीला कमेटी के सदस्यों ने मुकुट पूजा किया। गुरुवार रात आचार्य शिव स्वरूप गौड़ ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन व आरती कराई। इसके बाद प्रसाद का वितरण किया गया।
आदर्श नगर पंचायत करारी में 291 वर्ष से हर वर्ष रामलीला का मंचन किया जा रहा है। इस बार शनिवार से रामलीला का मंचन होगा। श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि कोरोना काल के चलते सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइन का पालन कराते हुए रामलीला का मंचन कराया जाएगा। भक्तों को भी मुंह में मास्क एवं शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया गया है। शनिवार को नारदमोह की लीला का मंचन होगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलों ने शुरू कराई थी। चित्रकूट व बांदा के कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन किया जाएगा। 12 नवंबर को राम राज्याभिषेक के बाद रामलीला का समापन होगा। मुकुट पूजन के दौरान, रामलीला कमेटी के प्रबंधक जानू शर्मा, संरक्षक बच्चा सिंह कुशवाहा, महामंत्री संजीत मोदन वाल, सभासद दिनेश, सरोज मनीष साहू समेत कई भक्त मौजूद रहे।
रामलीला का कार्यक्रम
31 अक्टूबर : नारदमोह
एक नवंबर : श्रीराम जन्म, ताड़का वध
दो नवंबर : नगर दर्शन फुलवारी लीला
तीन नवंबर : धनुष यज्ञ
चार नवंबर : परशुराम-लक्ष्मण संवाद
पांच नवंबर : श्री राम विवाह व वनवास
छह नवंबर : दशरथ मरण, राम-भरत मिलाप
सात नवंबर : सूर्पणखा नाककटी, सीता हरण
आठ नवंबर : श्रीराम सुग्रीव मित्रता
नौ नवंबर : अंगद रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति
दस नवंबर : को सुलोचना सती, कुंभकर्ण वध
11-नवंबर : अहिरावण, रावण वध।
12 नवंबर : भरत मिलाप, राम राज्याभिषेक