दिल्ली जाने से मना करने पर चाचा ने की थी रंजू की हत्या
संसू, बारा : कौशांबी थाना क्षेत्र के जोगापुर गांव में शनिवार को रंजू हत्याकांड का आरोपित चाचा संतोष पुलिस हत्थे चढ़ गया। संतोष ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वह रंजू को अपने साथ दिल्ली ले जाना चाहता था लेकिन वह तैयार नहीं हो रही थी। पत्नी के लांछन लगाने और रंजू की इन्कार पर उसकी हत्या करनी पड़ी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया है।
संसू, बारा : कौशांबी थाना क्षेत्र के जोगापुर गांव में शनिवार को रंजू हत्याकांड का आरोपित चाचा संतोष पुलिस हत्थे चढ़ गया। संतोष ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वह रंजू को अपने साथ दिल्ली ले जाना चाहता था लेकिन वह तैयार नहीं हो रही थी। पत्नी के लांछन लगाने और रंजू की इन्कार पर उसकी हत्या करनी पड़ी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया है।
जोगापुर निवासी रामबदन की 16 वर्षीय बेटी रंजू पाल शुक्रवार की रात करीब साढ़े सात बजे अपनी बहन अंजली के साथ मवेशियों के लिए चारा लेने के लिए घर से करीब 100 मीटर दूर खेत की तरफ गई थी। इस बीच उसके शौचालय में छिपा बैठा गांव का ही संतोष जो दूर के पट्टीदारी में चाचा लगता है, उसने रंजू को पकड़ लिया और उसके शरीर पर चाकुओं से कई वार कर मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देकर आरोपित भाग निकला। अंजली के चीखने-चिल्लाने पर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। रंजू की मां बदामा देवी ने बताया कि संतोष की पत्नी रुकमणि उस पर बेटी रंजू को लेकर लांछन लगाती थी। वह कुछ दिन पहले ही दिल्ली से आया था। पत्नी से झगड़ा होने के कारण संतोष ने मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी।
रंजू पाल की हत्या के आरोपित संतोष से पूछताछ की जा रही है। पत्नी से झगड़ा और रंजू के दिल्ली न जाने पर हत्या की बात संतोष बता रहा है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।
- प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक।