यहां मृत भी ले रहे हैं प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ
बजरंगी अग्रहरि, करारी : 2017-18 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सुविधा देने में जमकर हेराफेरी की गई है। जिन्हें पात्रों के चयन की जिम्मेदारी दी उन्होंने ही गड़बड़ी कर दी है। विकास खंड कड़ा व नेवादा में पांच मृतकों का चयन कर उन्हें लाभ दिया गया है। जब जांच में मामले की राजफाश हुआ तो दूसरी किश्त पर रोक लगाई लेकिन प्रथम किश्त की राशि की वसूली नहीं की जा सकी।
बजरंगी अग्रहरि, करारी : 2017-18 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सुविधा देने में जमकर हेराफेरी की गई है। जिन्हें पात्रों के चयन की जिम्मेदारी दी उन्होंने ही गड़बड़ी कर दी है। विकास खंड कड़ा व नेवादा में पांच मृतकों का चयन कर उन्हें लाभ दिया गया है। जब जांच में मामले की राजफाश हुआ तो दूसरी किश्त पर रोक लगाई लेकिन प्रथम किश्त की राशि की वसूली नहीं की जा सकी।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सरकार ने 2021 तक सभी गरीबों को पक्का आवास देने के लिए विशेष अभियान चला रही है। विकास खंड नेवादा क्षेत्र के चार व विकास खंड कड़ा क्षेत्र के एक मृतक को प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत प्रथम किश्त के रूप में दो लाख रुपये दिए गए। ग्रामीणों की शिकायत पर खंड विकास अधिकारी ने जांच कराने के बाद दूसरी किश्त तो रोक दी, लेकिन चयन करने वाले प्रधान व सचिव पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बाद भी अधिकारी प्रधानमंत्री आवासीय योजना में हुई गड़बड़ी पर पर्दा डाल रहे हैं। इन लोगों का किया गया चयन
मृत लोगों में नेवादा विकास खंड के धारूपुर के इतवारी, खपराखनदेवरा की रामरती देवी व सैकू, पेरई गांव के हिन्ने तथा विकास खंड कड़ा केहिसामपुर परसखी की राजकुमारी शामिल हैं। वर्ष 2017-18 में प्रधान व ग्राम विकास अधिकारियों ने चयन में गड़बड़ी की है। इससे अपात्रों व मृतकों के खाते में धनराशि भेजी जा चुकी है। चयन में गड़बड़ी करने वालों की जांच कराई जा रही है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
राजेश कुमार मिश्र, पीडी डीआरडीए। ग्रामीणों ने डीएम से मांगा पीएम आवास योजना का लाभ
जासं, कौशांबी : मंझनपुर ब्लाक के बैरिहा का पुरवा गांव के लोगों ने शनिवार को डीएम कार्यालय में शपथ पत्र देकर खुद को प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्र बताया और लाभ देने की मांग की। कहा कि गांव में अपात्र लोगों को योजना का लाभ दिया गया है। इससे वह इससे वंचित कर दिए गए हैं। बैरिहा का पुरवा निवासी चंद्रपाल, रजनीश, अमन ¨सह, सुक्खी देवी आदि ने बताया कि उसने प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था। पात्रता सूची में उसका नाम भी था। उनके नामों को हटाकर दूसरे लोगों को आवास योजना का लाभ दे दिया गया। उनकी क्षमता नहीं है कि वह आवास का निर्माण स्वयं करा सकें। ऐसे में गांव में जांच कर अपात्रों के स्थान पर उनको आवास दिलाया जाए।