..अमर रहो तुम इस माटी के नेक सपूत
जासं, कौशांबी : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मासिक पुण्यतिथि पर मंझनपुर ब्लाक में काव्यांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सदर विधायक लाल बहादुर ने पूर्व प्रधानमंत्री के प्रतिमा पर पुष्प अíपत कर किया गया। कवियों ने कविता के माध्यम से अटल जी के जीवन पर प्रकाश डाला। कवि डॉक्टर केशव प्रसाद मिश्र ने पढ़ा कि अमर रहो तुम इस माटी के नेक सपूत।
जासं, कौशांबी : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मासिक पुण्यतिथि पर मंझनपुर ब्लाक में काव्यांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सदर विधायक लाल बहादुर ने पूर्व प्रधानमंत्री के प्रतिमा पर पुष्प अíपत कर किया गया। कवियों ने कविता के माध्यम से अटल जी के जीवन पर प्रकाश डाला। कवि डॉक्टर केशव प्रसाद मिश्र ने पढ़ा कि अमर रहो तुम इस माटी के नेक सपूत।
डॉक्टर केशव ने कविता के माध्यम से बताया कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जो देश के लिए किया है। उसे लोग भुला नहीं सकेंगे। कवि बृजेश नारायण भगवानपुरी ने पढ़ा कि मुझे हाट में छोड़ अकेला एक-एक कर मीत चला, जीवन मेरा बीत चला-जीवन मेरा बीत चला। दुर्गेश गुप्ता ने पढ़ा कि बाधाएं आती हैं आएं, घिरे प्रलय की घोर घटाएं, निज हाथों में हंसते-हंसते आग लगाकर जलना होगा- कदम मिलाकर चलना होगा। सरसवां मंडल अध्यक्ष दिनेश पांडेय ने पढ़ा एक नहीं, दो नहीं करो बीसों समझौते, पर स्वतंत्र भारत का मस्तक नहीं झुकेगा। कार्यक्रम का संचालन जिला संयोजक चंद्रदत्त शुक्ल ने किया। इस मौके पर मंझनपुर के मंडल अध्यक्ष कमल कुशवाहा, जिला विस्तारक देवेंद्र, जिला उपाध्यक्ष अजय पांडेय, युवा मोर्चा के सहसंयोजक बबलू गर्ग, ¨पटू द्विवेदी, यशपाल ¨सह, धात्री शंकर सहाय, अजय पटेल आदि थे। पूर्व प्रधानमंत्री को दी श्रंदाजलि
संसू, सिराथू : भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मासिक पुण्य तिथि पर सिराथू ब्लाक सभागार में आयोजित काव्यांजलि सभा में उन्हें नमन किया गया। सिराथू विधायक शीतला प्रसाद पटेल ने बाजपेयी के चित्र पर पुष्प अíपत कर उन्हें नमन किया। विधायक ने कहाकि अटल जी की कमी देश व पार्टी को हमेशा खलती रहेगी। हम सबके लिए अटल जी आदर्श हैं। जिनके जीवन से सीख लेनी चाहिए। भाजपा नेत्री प्रतिभा कुशवाहा ने कहा कि अटल का जीवन नेता के साथ समाजिक कुरीतियों को दूर करने में अहम भूमिका रही। इस दौरान बीडीओ सिराथू देवकुमार, प्रशांत केशरी, आध्या प्रसाद पांडेय, नोखेलाल मिश्र, ओम नारायण शुक्ला आदि थे।